UNESCO ने दुर्गा पूजा उत्सव को दिया 'अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' का दर्जा, प्रधानमंत्री ने दी बधाई
क्या है खबर?
भारतीय प्रतिभाओं की तरह देश के त्योहार भी दुनिया में अपनी ख्याती फैला रहे हैं।
यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने पश्चिम बंगाल के विश्व प्रसिद्ध दुर्गा पूजा उत्सव को अपनी 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि' सूची में शामिल किया है।
UNESCO ने खुद ट्वीट कर इसकी घोषणा की है। इस फैसले के बाद पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
ट्वीट
UNESCO ने ट्वीट कर दी भारत को बधाई
UNESCO ने बुधवार को ट्वीट कर दुर्गा पूजा उत्सव को इस सूची में शामिल किए जाने की जानकारी देते हुए भारत को बधाई दी है।
UNESCO ने लिखा, 'कोलकाता के दुर्गा पूजा उत्सव को अभी-अभी अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है। बधाई हो भारत।'
बता दें कि UNESCO ने दुनियाभर की कुछ खास अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों के बारे में दुनिया को जागरुक करने के लिए 2008 में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची बनाई थी।
नामांकन
भारत ने दुर्गा पूजा उत्सव को सूची के लिए किया था नामांकित
बता दें कि इस बार भारत ने दुर्गा पूजा उत्सव को इस सूची में शामिल करने के लिए नामांकित किया था। इसके साथ ही दुनियाभर से अलग-अलग उत्सवों के नामांकन आए थे।
इसके बाद UNESCO की समिति सभी नामांकनों की समीक्षा करने के बाद अपनी रिपोर्ट दी थी।
इस रिपोर्ट के आधार पर पेरिस में 13 से 18 दिसंबर तक आयोजित हो रही अंतर सरकारी समिति के 16वें सत्र में दुर्गा पूजा को इस सूची में शामिल कर लिया गया।
बयान
दुर्गा पूजा उत्सव को लेकर UNESCO ने दिया बड़ा बयान
UNESCO ने अपनी साइट पर कोलकाता के दुर्गा पूजा उत्सव को लेकर लिखा है कि दुर्गा पूजा को धर्म और कला को जनता के बीच सबसे अच्छे उदाहरण के साथ-साथ सहयोगी कलाकारों और डिजाइनरों के लिए एक बड़े मौके के रूप में देखा जाता है। इतना ही नहीं दुर्गा पूजा के दौरान, वर्ग, धर्म और जातीयता का विभाजन भी टूट जाता है।
बता दें दुर्गा पूजा उत्सव UNESCO की इस सूची में शामिल होने वाला देश का 14वां आयोजन है।
बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देश की जनता को बधाई दी है। उन्होंने लिखा, 'हर भारतीय के लिए बहुत गर्व और खुशी की बात। दुर्गा पूजा हमारी परंपराओं को उजागर करती है। कोलकाता की दुर्गा पूजा एक ऐसा अनुभव है जो सभी के पास होना चाहिए।'
इसी तरह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी पश्चिम बंगाल सहित देश के लोगों को बधाई दी है।
अन्य
भारत के इन आयोजनों को भी मिल चुकी है सूची में जगह
दुर्गा पूजा उत्सव से पहले केरल के कुट्टीअट्टम, मुदियेट्टू, भारत वैदिक मंत्रोच्चार परंपरा, रामलीला, हिमालय में गढ़वाल के धार्मिक त्योहार और अनुष्ठान रम्मण, छऊ नृत्य, राजस्थान का कालबेलिया लोकगीत को इस सूची में जगह मिल चुकी है।
इसी तरह भारत में पवित्र बौद्ध ग्रंथों का पाठ ट्रांस, मणिपुर का संकीर्तन, पंजाब में जंडियाला गुरु के ठठेरों की पारंपरिक पीतल और तांबे की शिल्प कला, योग, कुंभ मेला और नवरोज को भी इस सूची में शामिल किया जा चुका है।