अमेरिका में ओमिक्रॉन का कहर, एक दिन में 10 लाख से अधिक नए मामले
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने अमेरिका में सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और सोमवार को यहां 10 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित पाया गया।
ये पहली बार है जब दुनिया में किसी देश में एक ही दिन में 10 लाख से अधिक लोगों को कोरोना से संक्रमित पाया गया है। राहत की बात ये है कि अस्पताल में भर्ती लोगों की संख्या में मामलों के अनुपात में वृद्धि नहीं हुई है।
स्थिति
पिछले रिकॉर्ड से लगभग दोगुने हैं 10 लाख मामले
अमेरिका में सामने आए ये 10 लाख दैनिक मामले पिछले रिकॉर्ड के लगभग दोगुने हैं। पहले भी ये रिकॉर्ड अमेरिका के नाम था और चार दिन पहले ही यहां 5.90 लाख नए मामले सामने आए थे।
ये 5.90 मामले भी एक हफ्ते पहले के औसतन दैनिक मामलों से दोगुने थे। ये दर दर्शाती है कि अमेरिका में कितनी तेजी से मामले बढ़ रहे हैं।
ओमिक्रॉन से पहले भारत के नाम सबसे अधिक 4.14 लाख दैनिक मामलों का रिकॉर्ड था।
अनुमान
10 लाख से बहुत अधिक हो सकते हैं वास्तविक मामले, घर पर टेस्ट कर रहे लोग
विशेषज्ञ आधिकारिक तौर पर रिकॉर्ड किए गए इन 10 लाख मामलों को भी असल मामलों की तुलना में कम बता रहे हैं।
दरअसल, अमेरिका में हजारों लोग घर पर ही 'होम टेस्ट' की मदद से कोविड टेस्ट कर रहे हैं और इनमें से ज्यादातर मामले आधिकारिक आंकड़ों में शामिल नहीं हो पाते।
अमेरिकी सरकार लोगों को ये टेस्ट मुफ्त में प्रदान कर रही है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने ऐसे 50 करोड़ टेस्ट मुफ्त में बांटने का ऐलान किया था।
राहत
मौतों और गंभीर मामलों में वृद्धि न होना अमेरिका के लिए राहत भरी खबर
ओमिक्रॉन के कारण आई इस भीषण लहर के बीच अमेरिका के लिए बस एक राहत देने वाली बात है कि मौतों और गंभीर मामलों में इसी अनुपात में वृद्धि नहीं हुई है।
अगर ऐसा होता तो सरकार के लिए हालात संभालना मुश्किल हो जाता और रोजाना हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती।
हालांकि फिर भी इतने अधिक मामलों को असर पड़ रहा है और लाखों मरीजों को आइसोलेशन में रखने में दिक्कत आ रही है।
नियमों में बदलाव
अमेरिका में पांच दिन किया गया बिना लक्षण वाले मरीजों का अनिवार्य आइसोलेशन
बढ़ते मामलों के कारण अमेरिका में कई नियमों में बदलाव भी किया गया है। देश में कड़ी पाबंदियां तो नहीं लगाई गई हैं, लेकिन लाखों मरीजों के आइसोलेशन में रहने के कारण बिना लक्षण वाले मरीजों के आइसोलेशन के समय को घटाकर पांच दिन कर दिया गया है।
संक्रमण में वृद्धि के कारण कंपनियों को कर्मचारियों को दफ्तर बुलाना शुरू करने की प्रक्रिया को टालना पड़ा है और वे घर से काम को तरजीह दे रही हैं।
स्टडीज
स्टडीज में सामने आई हैं ओमिक्रॉन के अधिक संक्रामक, लेकिन कम घातक होने की बात
बता दें कि विभिन्न स्टडीज में सामने आया है कि ओमिक्रॉन अन्य वेरिएंट्स से कई गुना अधिक संक्रामक है, लेकिन ये गंभीर रूप से बीमार नहीं करता है, खासकर वैक्सीन या बूस्टर खुराक लगवा चुके लोगों को।
अमेरिका और दुनिया के लिए 2021 की शुरूआत कैसी रहेगी, ये बहुत हद तक इसी बात पर निर्भर करेगा कि ओमिक्रॉन के कम घातक होने के अनुमान कितने सही साबित होते हैं।
भारत में भी ओमिक्रॉन के कारण मामले बढ़ने लगे हैं।