मोहाली से गिरफ्तार किया गया पटियाला हिंसा का मुख्य आरोपी- पंजाब पुलिस
पंजाब पुलिस ने बताया कि उसने पटियाला में हुई हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी बरजिंदर सिंह परवाना को गिरफ्तार कर लिया है। परवाना को मुंबई से मोहाली हवाई अड्डे लाया गया, जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आज आरोपी की कोर्ट में पेशी होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परवाना ने 22 अप्रैल को वीडियो जारी हिंसा की धमकी दी थी और उन्हें वीडियो में खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए भी सुना गया था।
पटियाला में क्या हुआ था?
शुक्रवार को शिवसेना (बालठाकरे) के पंजाब कार्यकारी प्रधान हरीश सिंगला के नेतृत्व में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान के खिलाफ विरोध मार्च निकाला था। मार्च के काली माता मंदिर के पास पहुंचते ही समर्थकों ने 'खालिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाना शुरू कर दिया। नारे लगाने पर खालिस्तान समर्थक सिखों ने पथराव कर दिया। उसके बाद रैली में शामिल समर्थकों की तरफ से भी पथराव किया गया और इससे हिंसा भड़क गई। इसमें चार लोग घायल हुए थे।
अब तक हुई छह गिरफ्तारियां
पटियाला के IG एमएस चिन्ना ने बताया कि मुख्य आरोपी को मोहाली से हिरासत में लिया गया है। पुलिस रिमांड लेने के लिए उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। अब तक कुल छह आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें हरीश सिंगला का जानकार शंकर भारद्वाज भी शामिल है। नफरती भाषण पोस्ट करने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने असामाजिक और राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
परवाना के खिलाफ पहले से दर्ज हैं चार मामले
परवाना खुद को दमदमी टकसाल जत्था राजपुरा का स्वंयभू प्रमुख बताते हैं। उनके खिलाफ अभी से पहले हत्या, आर्म्स एक्ट, धमकी देने और आपदा प्रबंधन कानून के उल्लंघन समेत चार आरोपों में FIR दर्ज है। वो अकसर सोशल मीडिया पर जरनैल सिंह भिंडरांवाले की तारीफ में वीडियो पोस्ट करते रहते हैं। पंजाब पुलिस ने उन पर हिंसा के लिए भीड़ को उकसाने और कानून-व्यवस्था को भंग करने का आरोप लगाया है।
पिछले साल भी हुई थी परवाना की गिफ्तारी
पिछले साल जुलाई में शिवसेना नेता सुधीर सूरी की शिकायत पर पुलिस ने परवाना को मोहाली से गिरफ्तार किया था। उस वक्त परवाना पर दंगे भड़काने समेत कई धाराओं मे मामले दर्ज किए गए थे। पुलिस अब परवाना का खालिस्तानी संगठनों के साथ संबंध तलाशने का प्रयास कर रही है। इंडिया टु़डे के अनुसार, परवाना 2007 में सिंगापुर गए थे। वहां से आने के बाद उन्होंने धार्मिक प्रवचन देने शुरू कर दिए और राजपुरा में दमदमी टकसाल जत्था शुरू किया।