
राजौरी-पुंछ हमलों के पीछे चीन और पाकिस्तान की बड़ी साजिश? लद्दाख से सेना हटवाने की योजना
क्या है खबर?
गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना की 2 गाड़ियों पर हुए हमले में 5 जवान शहीद हो गए। इस हमले को लेकर शीर्ष रक्षा सूत्रों ने बड़ा दावा किया है।
सूत्रों ने कहा कि चीन और पाकिस्तान इस हमले के जरिए भारत का ध्यान लद्दाख से वापस कश्मीर पर करना चाहते हैं और कश्मीर में आतंकी हमले में वृद्धि पाकिस्तान और चीन के बीच समन्वित रणनीति का हिस्सा है।
आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
दावा
रक्षा सूत्रों ने क्या दावा किया?
इंडिया टुडे के साथ बातचीत में रक्षा सूत्रों ने कहा कि चीन लद्दाख में भारत की बढ़ती सैन्य गतिविधि से काफी निराश है और इसी कारण वह भारत के सैन्य संसाधनों को वापस कश्मीर की ओर मोड़ने की कोशिश कर रहा है।
सूत्रों ने कहा कि इसी रणनीति के तहत पाकिस्तान ने कश्मीर में सुरक्षा बलों पर हमले शुरू करने और प्रतिक्रिया भड़काने के उद्देश्य से पुंछ और राजौरी के जंगली इलाकों में 25-30 आतंकवादियों की घुसपैठ कराई है।
कारण
चीन और पाकिस्तान की क्या योजना?
रक्षा सूत्रों का मानना है कि चीन के संभावित समर्थन के साथ पाकिस्तान भारत की पश्चिमी सीमा पर एक बार फिर आतंकवाद को बढ़ा रहा है, ताकि भारत चीन से लगनी वाली पूर्वी सीमा पर दबाव कम करने को मजबूर हो जाए।
भारत द्वारा 2020 में पुंछ से लद्दाख तक एक विशेष आतंकवाद विरोधी बल और राष्ट्रीय राइफल्स की तैनाती से इसका संकेत मिलता है। यह कदम चीन के खिलाफ भारत की स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण था।
योजना
रक्षा विशेषज्ञ ने कहा- चीन और पाकिस्तान इलाके की शांति भंग करने में जुटे
रक्षा विशेषज्ञ कर्नल मनोज कुमार ने कहा कि पुंछ-राजौरी में बढ़े आतंकी हमलों और जंगली इलाकों से आतंकवादियों को खदेड़ने की सेना की लड़ाई ने उन्हें ऑपरेशन 'सर्प विनाश' की याद दिला दी।
उन्होंने कहा, "2003 में पुंछ के सुरनकोट इलाके में 15,000 सैनिक तैनात किए गए थे और 65 आतंकवादी मारे गए थे। पाकिस्तान और चीन अब इन क्षेत्रों में शांति भंग करके भारतीय सेना को चीनी सीमा से इधर भेजने का प्रयास कर रहे हैं।"
तैनात
पुंछ-राजौरी सेक्टर में अतिरिक्त बिग्रेड तैनात
रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि आतंकी खतरे से निपटने के लिए सेना ने पहले ही पुंछ-राजौरी सेक्टर में एक अतिरिक्त ब्रिगेड तैनात कर दी है।
कहा जा रहा है कि हाल के अभियानों में पाकिस्तानी नागरिकों सहित 20 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया है।
सेवानिवृत्त कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से पाकिस्तान और चीन काफी नाराजगी थी और सीमावर्ती जिलों में समस्याएं पैदा करने की कोशिश हुई थी।
हमला
गुरुवार को हुआ था राजौरी सेक्टर में आतंकी हमला
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में गुरुवार को आतंकियों ने 2 सैन्य वाहनों पर घात लगाकर हमला कर दिया।
इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए हैं और 2 घायल हुए हैं। घायल सैनिकों का अस्पताल में इलाज जारी है।
इस हमले के बाद सेना आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रही है।
पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।