जम्मू-कश्मीर: आतंकी हमले में शहीद जवानों की संख्या 5 हुई, 2 घायल
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में गुरुवार को आतंकियों ने 2 सैन्य वाहनों पर घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए हैं और 2 घायल हुए हैं। घायल सैनिकों का अस्पताल में इलाज जारी है।
इस हमले के बाद सेना ने आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके को घेर लिया है।
पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
आतंकी
कब और कैसे हुआ हमला?
भारतीय सेना के अनुसार, 20 दिसंबर की रात से राजौरी में थानामंडी के जनरल एरिया डीकेजी (ढेरा की गली) में एक ऑपरेशन चलाया जा रहा था। 21 दिसंबर को लगभग 3 बजे सेना के 2 वाहन सैनिकों को लेकर ऑपरेशन के लिए आगे बढ़ रहे थे, तभी आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया।
सैनिकों द्वारा तुरंत जवाबी कार्रवाई की गई। इस हमले में सैनिकों को घातक हमलों का सामना करना पड़ा।
यह हमला दोपहर करीब 3:45 बजे हुआ था।
तलाशी अभियान
सेना ने बड़े स्तर पर शुरू किया तलाशी अभियान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सेना के अधिकारियों को इस बात की आशंका है कि आतंकवादी लक्षित सैनिकों के हथियार लेकर चले गये हैं। सेना ने पूरे इलाके की नाकाबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और आतंकियों की और जानकारी इकट्ठी की जा रही है।
सभी गाड़ियों की आवाजाही पर नजर रखी जा रही है। घटनास्थल पर अतिरिक्त सेना भेजी गई है और बड़े स्तर पर आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया जा रहा है।
जानकारी
घटनास्थल से सामने आईं तस्वीरें और वीडियो
घटनास्थल से विचलित कर देने वाली तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं जिनमें सड़क पर खून, जवानों के टूटे हुए हेलमेट और सैन्य वाहनों के टूटे हुए शीशे दिखाई दे रहे हैं।
जंगल
घने जंगलों वाला है इलाका, पहले भी हुए हैं ऐसे हमले
राजौरी और पुंछ जिलों की सीमा पर ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच का इलाका गहने जंगलों वाला है। यह रास्ता चमरेर जंगल और फिर भाटा धुरियन जंगल की ओर जाता है।
20 अप्रैल को भी यहां सेना के एक वाहन पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें 5 जवान शहीद हुए थे।
मई में भी चमरेर जंगल में सेना के 5 और शहीद हुए थे और एक प्रमुख रैंक का अधिकारी घायल हो गया था।
संख्या
और कब हुए ऐसे हमले?
नवंबर में 2 दिनों तक चली मुठभेड़ में लश्कर का शीर्ष कमांडर क्वारी मारा गया। क्वारी 10 नागरिकों और 5 जवानों की हत्या सहित कई हमलों का मास्टरमाइंड था।
अधिकारियों ने कहा कि इस साल राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में एक के बाद कई मुठभेड़ें हुई हैं, जिसमें अब तक 19 सुरक्षाबलों और 28 आतंकवादियों सहित 54 लोग मारे गए हैं।
अक्टूबर, 2021 में जंगली इलाके में आतंकवादियों के 2 अलग-अलग हमलों में 9 जवान शहीद हुए थे।