दुनियाभर में बिक रही इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री, चीन में टूटा रिकॉर्ड
नई-नई इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लॉन्च के साथ वैश्विक बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी हो रही है। मार्केट रिसर्च फर्म रहो मोशन के अनुसार, चीन में सब्सिडी खत्म होने के बावजूद अक्टूबर महीने में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई है, जिससे वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहन बिक्री में मजबूती देखी जा रही है। अनुमान है कि आने वाले कुछ महीनों में चीन में बिक्री और भी बढ़ सकती है। आइये इस बारे में जानते हैं।
चीन की वजह से वैश्विक बाजार में बढ़ी है EV की बिक्री
चीन ने साल 2022 में ही EV खरीद के लिए 11 साल की सब्सिडी योजना को समाप्त कर दिया था। हालांकि, कुछ स्थानीय अधिकारियों ने उपभोक्ताओं को फायदा दिलाने के लिए टैक्स छूट की पेशकश जारी रखी है। यही वजह है कि दुनिया के सबसे बड़े ऑटो बाजार चीन में EV की बिक्री इसी साल सितंबर में सालाना आधार पर 29 बढ़ी। इसी अवधि में वैश्विक EV बाजार में 34 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
चीन में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री
रहो मोशन के अनुसार, वर्तमान में इलेक्ट्रिक वाहनों के बिक्री के मामले में चीन सबसे ऊपर है। इस बारे में जानकारी देते हुए फर्म ने कहा, "अक्टूबर के आंकड़ों के हिसाब से सबसे जरूरी बात यह है कि सब्सिडी में कटौती के बावजूद चीन में EV की मांग में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। इलेक्ट्रिक वाहनों के बिक्री में मामले से 2023 चीन के लिए एक और बैनर वर्ष होने वाला है।"
यूरोपीय बजारों का क्या है हाल?
जानकारी के अनुसार, यूरोपीय बाजारों में भी बिक्री में बढ़ोतरी देखी गई है। यहां सितंबर महीने में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 26 प्रतिशत बढ़ी है। बता दें कि जर्मनी में व्यावसायिक सब्सिडी खत्म कर दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी बिक्री में बढ़त हुई है। मार्केट रिसर्च फर्म रहो मोशन ने कहा, "सब्सिडी जर्मन बाजार में एक महत्वपूर्ण कारक है क्योंकि यहां रजिस्टर हुई लगभग दो-तिहाई पैसेंजर गाड़ियां कमर्शियल इस्तेमाल में आती हैं।"
अधिक टैक्स की चेतावनी दे चुकीं हैं ये कंपनियां
टेस्ला, मर्सिडीज बेंज और फॉक्सवैगन ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर लगने वाले अधिक टैक्स को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि यह इलेक्ट्रिक सेगमेंट में बजट ग्राहकों को निराश कर रहा है। इस साल अब तक उत्तरी अमेरिका में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 78 प्रतिशत तक बढ़ी है। अक्टूबर में डीलर सेवा फर्म कॉक्स ऑटोमोटिव की एक रिपोर्ट के अनुसार, कीमतों में कटौती के बावजूद तीसरी तिमाही के दौरान टेस्ला की बाजार हिस्सेदारी सबसे निचले स्तर 50 प्रतिशत पर आ गई।
भारत में भी है इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग
साल 2023 की तीसरी तिमाही में देश में कुल 3,71,214 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई है, जो पिछले साल इसी दौरान बेचीं गई 2,64,781 यूनिट्स की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है। ये आंकड़े साल की दूसरी तिमाही में बेचीं गई 3,71,340 यूनिट्स से मामूली कम है। भारत में कुल वाहनों में EV की हिस्सेदारी 7.4 प्रतिशत है और वर्तमान में देश में करीब 27 लाख EV रजिस्टर हो चुके हैं।