
पाकिस्तान से सटे राज्यों में 'ऑपरेशन शील्ड', एयर स्ट्राइक, विस्फोट जैसी स्थितियों की हुई मॉक ड्रिल
क्या है खबर?
पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्यों में 'ऑपरेशन शील्ड' के तहत मॉक ड्रिल की जा रही है।
इस दौरान पंजाब, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, चंडीगढ़ और गुजरात में आपात स्थितियों के संभावित परिदृश्यों की मॉक ड्रिल की गई।
स्थानीय प्रशासन, पुलिस, राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), दमकल विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने इनमें हिस्सा लिया।
पहले यह अभ्यास 29 मई को होना था, जिसे प्रशासनिक कारणों से स्थगित कर दिया गया था।
मॉक ड्रिल
राजस्थान में एयर स्ट्राइक की मॉक ड्रिल, पाटन में लगी आग
राजस्थान के झुंझुनूं में पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक भवन और अन्य जगहों पर मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान काल्पनिक एयर स्ट्राइक की स्थिति में प्रशासनिक अमले और आपातकालीन बलों की सक्रियता आंकी गई।
गुजरात के पाटन में तहसील कार्यालय में आग लगने की मॉक ड्रिल हुई। यहां फंसे हुए 3 लोगों को टीम ने बाहर निकाला।
हरियाणा के चरखी दादरी में मॉक ड्रिल के दौरान इमारत में आग बुझाई गई।
ट्विटर पोस्ट
देखें, अमृतसर में कैसे की गई मॉक ड्रिल
#WATCH | Punjab | Mock drill being conducted in Amritsar, under 'Operation Shield'. pic.twitter.com/tGGcNrSLX3
— ANI (@ANI) May 31, 2025
जानकारी
8 बजते ही किया गया ब्लैक आउट
इन सभी राज्यों में रात की 8 बजते ही सायरन बजने लगे और ब्लैक आउट किया गया। जम्मू-कश्मीर, अमृतसर, चंडीगढ़, हरियाणा समेत कई जगहों से ब्लैक आउट की तस्वीरें सामने आई हैं।
उद्देश्य
क्या है 'ऑपरेशन शील्ड' का उद्देश्य?
'ऑपरेशन शील्ड' संभावित बाहरी खतरों का सामना करने के लिए देश की तैयारी का आकलन करने के लिए किया गया है।
इस दौरान अलग-अलग आपातकालीन स्थितियों जैसे कि दुश्मन के हवाई हमले, ड्रोन घुसपैठ, मिसाइल हमले, विस्फोट, गैस लीक, आगजनी और सामूहिक निकासी से निपटने की तैयारी की जाएगी।
मॉक ड्रिल के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा सीमावर्ती इलाकों में किसी अप्रत्याशित खतरे के प्रति प्रतिक्रिया क्षमता का परीक्षण किया गया।
वजह
अभी क्यों किया गया 'ऑपरेशन शील्ड'?
29 मई को सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, ऑपरेशन शील्ड का निर्णय पहले किए गए अभ्यान के दौरान मिले सबक का परिणाम है।
बयान में कहा गया है, "पिछले अभ्यास में कई कमियां देखी गई थीं। इसका महत्वपूर्ण उद्देश्य पूर्व की कमियों को भरना है। साथ ही दुश्मन के किसी भी नापाक हरकत से देश और नागरिकों की रक्षा करना है और नागरिक सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाना है।"
पिछली मॉक ड्रिल
7 मई को 259 जगहों पर हुई थी मॉक ड्रिल
गृह मंत्रालय ने 7 मई को 35 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 259 जिलों में नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए मॉक ड्रिल का अभ्यास करने का आदेश दिया था।
इस दौरान हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिकों और छात्रों को नागरिक सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया था।
इसके अलावा ब्लैक आउट की स्थिति में करने वाले उपाय, महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को सुरक्षित करने और लोगों को निकालने का अभ्यास किया गया था।