
दिल्ली पुलिस ने जासूसी मामले में की एक और गिरफ्तारी, हुआ बड़ा खुलासा
क्या है खबर?
दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले में गुरुवार को राजस्थान के डीग से गिरफ्तार किए गए मोहम्मद कासिम के बाद शुक्रवार को एक और गिरफ्तारी की है।
पुलिस ने कासिम की निशानदेही पर उसके बड़े भाई मोहम्मद हसीन को भी गिरफ्तार कर लिया है।
हसीन पिछले 4 साल से पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के अधिकारियों के संपर्क में था और उसने ही कासिम को उससे जोड़ने में अहम भूमिका निभाई थी।
आरोप
कासिम पर क्या हैं आरोप?
पुलिस के अनुसार, मौलाना बनकर काम कर रहे कासिम ने कथित तौर पर पाकिस्तान को देश के सैन्य प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील जानकारी मुहैया कराई थी। इसके लिए उसे ISI की ओर से उसे 2 लाख पाकिस्तानी रुपये दिए गए थे।
पुलिस ने बताया कि कासिम ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद अपने फोन से डाटा डिलीट कर दिया था और वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों के संपर्क में था।
अपराध
भारतीय सिम कार्ड लेकर पाकिस्तान गया था कासिम
पुलिस के अनुसार, कासिम 6 अगस्त को एक सिम कार्ड लेकर पाकिस्तान गया था। यह सिम उसने अपने भाई हसीन के नाम पर खरीदी थी।
इसी तरह कासिम और भी सिम लेकर पाकिस्तान गया था। इन भारतीय नंबरों को पाकिस्तान से संचालित किया जा रहा था।
इन नंबरों का इस्तेमाल सुरक्षा एजेंसियों और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अधिकारियों को हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश के लिए किया गया था।
प्रयास
DRDO अधिकारी अमित कुमार को फंसाने का किया प्रयास
पुलिस ने बताया कि भारत से पाकिस्तान पहुंचे नंबर की मदद से ही DRDO अधिकारी अमित कुमार को हनी ट्रैप में फंसाकर भारत के खिलाफ जासूसी का प्रयास किया गया था, लेकिन वो सफल नहीं हो पाए।
पुलिस ने बताया कि हसीन को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 5 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस अब हसीन को कासिम और अन्य आरोपितों के सामने ले जाकर और जानकारी जुटाने का प्रयास करेगी।
अन्य
NIA ने CRPF जवान को भी गिरफ्तार किया
इधर, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान मोतीराम जाट को भी जासूसी मामले में गिरफ्तार किया है।
जाट कथित तौर पर 2023 से पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ वर्गीकृत जानकारी साझा कर रहा था और इसके लिए धन प्राप्त कर रहा था।
उसे 21 मई से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था और फिलहाल वह 6 जून तक NIA की हिरासत में हैं। उससे पूछताछ जारी है।