कोरोना: देश में केवल 37 फीसदी फ्रंटलाइन और स्वास्थ्यकर्मियों को लग पाई है वैक्सीन
क्या है खबर?
भारत में पिछले तीन महीने से भी ज्यादा समय से वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है और अभी तक 50 फीसदी फ्रंटलाइन और स्वास्थ्यकर्मियों को भी वैक्सीन नहीं लगाई जा सकी है।
यह हाल तब है वैक्सीनेशन अभियान के शुरुआती चरण में केवल स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों को वैक्सीन लगाई जा रही थी।
एक रिपोर्ट में पता चला है कि अभी तक तीन करोड़ फ्रंटलाइन और स्वास्थ्यकर्मियों में से केवल 37 फीसदी को ही वैक्सीन लगाई गई है।
वैक्सीनेशन अभियान
लक्ष्य से काफी पीछे है भारत
TOI के अनुसार, भारत वैक्सीनेशन अभियान के शुरुआती चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों को पूरी तरह वैक्सीनेट करने के लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है और अभी तक केवल 37 फीसदी (लगभग 1.1 करोड़) को ही पूरी तरह वैक्सीनेट किया गया है।
पूरी तरह वैक्सीनेट करने का मतलब है कि उन्हें संक्रमण से सुरक्षा के लिए वैक्सीन की दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। वहीं 91 लाख को एक ही खुराक दी गई है।
वैक्सीनेशन अभियान
केवल 2.36 करोड़ ने किया खुद को रजिस्टर
भारत में 16 जनवरी से कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था। इसमें कोविशील्ड और कोवैक्सिन इस्तेमाल की जा रही है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों में केवल 2.36 करोड़ ने ही वैक्सीन लगवाने के लिए खुद को रजिस्टर किया था।
अगर रजिस्टर किए गए कर्मियों के आंकड़े को देखें तो भी वैक्सीनेशन की कवरेज 47 फीसदी होती है, जो आधे से कम है।
वैक्सीनेशन अभियान
वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट बड़ा कारण
अधिकारियों का कहना है कि कई राज्य प्राथमिकता समूह में शामिल लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित नहीं कर पाए, जिस कारण इस अभियान की रफ्तार धीमी है।
हालांकि, कई बड़ी हस्तियों और सरकार की तरफ से भी लोगों को वैक्सीन को लेकर जागरूक करने की कोशिश की गई थी, लेकिन वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट के कारण बड़ी संख्या में लोग इससे दूर रह रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि स्वास्थ्यकर्मियों का वैक्सीन न लगवाना उचित नहीं है।
जानकारी
इस वजह से आगे नहीं आ रहे कुछ स्वास्थ्यकर्मी
एक अधिकारी ने कहा कि कुछ स्वास्थ्यकर्मी इस वजह से भी वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि उनमें वायरस के खिलाफ पहले से ही एंटीबॉडी विकसित हो चुकी हैं और वो अब कोरोना से संक्रमित नहीं होंगे।
कोरोना वैक्सीन
देश में क्या है वैक्सीनेशन की स्थिति?
भारत में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 12,38,52,566 खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
बीते दिन मात्र 12,30,007 खुराकें लगाई गई, जबकि सरकार ने अप्रैल में रोजाना 50 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा था।
महामारी के तेजी से मामलों के बीच वैक्सीन की मांग बढ़ रही है, लेकिन इसी बीच कई राज्यों ने अपने यहां वैक्सीन की कमी की बात कही है।
जानकारी
इन राज्यों ने लगाई एक करोड़ से अधिक खुराकें
वैक्सीन लगाने में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात ऐसे राज्य हैं, जहां वैक्सीन की एक-एक करोड़ से अधिक खुराकें लगाई जा चुकी हैं। हालांकि आबादी के लिहाज से महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश कई राज्यों से पिछड़ रहे हैं।
कोरोना वायरस
देश में बीते दिन मिले रिकॉर्ड मामले
भारत में बीते दिन कोरोना के 2,73,810 मामले सामने आए और 1,619 मरीजों की मौत हुई है। ये देश में एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले और मौतें हैं।
देश में पिछले पांच दिनों से लगातार दो लाख से अधिक लोग संक्रमित मिल रहे हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,50,61,919 हो गई है। इनमें से 1,78,769 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। वहीं सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 19,29,329 हो गई है।