
दिल्ली: कोरोना से बिगड़ने लगे हालात; टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 20% पार, 10,000 से ज्यादा बिस्तर भरे
क्या है खबर?
कोरोना महामारी की चौथी लहर का सामना कर रही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हालात खराब होते जा रहे हैं।
यहां टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत से पार होकर 295 दिनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
इसके अलावा राजधानी के अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए उपलब्ध लगभग 15,000 में से 10,000 से अधिक बिस्तर मरीजों भर चुके हैं।
सरकार ने संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए वीकेंड कर्फ्यू समेत कई पाबंदियां लगाई हैं।
जानकारी
गुरुवार को सामने आए 16,669 मामले
गुरुवार को दिल्ली में 16,669 नए मामले सामने आए, जो बुधवार को मिले रिकॉर्ड 17,282 से थोड़े कम है। मामलों में गिरावट की बड़ी वजह कम टेस्ट होना है। गुरुवार को यहां 82,569 टेस्ट किए गए जो पिछले हफ्ते के औसत 99,460 से कम है।
दिल्ली में कोरोना
TPR 20 प्रतिशत से पार पहुंची
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट (TPR) 20.22 प्रतिशत रही। इससे पहले पिछले साल 23 जून को यहां TPR 23.28 प्रतिशत थी, जो अब तक की सबसे ज्यादा है।
कुल टेस्ट में से जितने की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, उसे टेस्ट पॉजिटिविटी रेट कहा जाता है। 20.22 प्रतिशत TPR का मतलब है कि हर 100 टेस्ट में से 20 से अधिक की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है।
चिंता
तेजी से बढ़ रही है TPR
पिछले साल नवंबर में दिल्ली ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का सामना किया था। उस वक्त यहां TPR अधिकतम 15.3 प्रतिशत पहुंची थी।
उसके बाद से यह कम होती गई और 3 दिसंबर को 5 प्रतिशत से नीचे आ गई थी। 28 दिसंबर को यह और नीचे आते हुए 1 प्रतिशत से कम हो गई और लगभग तीन महीनों तक इसी स्तर पर रही।
कोरोना की चौथी लहर में यह एकदम तेजी से ऊपर गई है।
दिल्ली
लगातार दूसरे दिन हुई 100 से ज्यादा मौतें
गुरुवार को दिल्ली में इस खतरनाक वायरस के कारण 112 लोगों की मौत हुई और मरने वालों की कुल संख्या 11,652 पर पहुंच गई है।
यह लगातार दूसरा दिन था, जब राजधानी में कोरोना के कारण 100 से अधिक लोगों की जान गई है। दिल्ली में 18 नवंबर को एक दिन में सबसे अधिक 131 लोगों की मौत हुई थी।
संक्रमण की रफ्तार में तेजी के कारण अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है।
दिल्ली
नवंबर की तुलना में अब ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती
गुरुवार शाम तक दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कारण 10,929 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती थे। यहां कोरोना संक्रमितों के लिए 15,433 बिस्तरों का इंतजाम है।
इससे पहले नवंबर में संक्रमण की पीक के दौरान 9,522 बिस्तरों पर मरीज भर्ती थे, लेकिन इस बार हालात बदतर हो गए हैं। कुल कोरोना बिस्तरों में 70 प्रतिशत और 3,811 इन्टेंसिव केयर यूनिट (ICU) बिस्तरों में 88 प्रतिशत मरीजों के भर चुके हैं।
दिल्ली
सरकार ने की अस्पतालों को लेकर सेलेक्टिव न होने की गुजारिश
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिन कहा था कि अस्पतालों में 5,000 बिस्तर उपलब्ध हैं और सरकार की प्राथमिकता बीमारों को बिस्तर मुहैया कराने की है।
उन्होंने लोगों से अस्पतालों को लेकर सेलेक्टिव न होने की गुजारिश की थी।
बता दें कि सरकार ने बुधवार को दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया था। कर्फ्यू के दौरान सभी गैर-जरूरी गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी और ऑडिटोरियम, मॉल, जिम, रेस्टोरेंट और स्पा आदि बंद रहेंगे।
जानकारी
दिल्ली में संक्रमण की क्या स्थिति?
गुरुवार को हुए इजाफे के बाद दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 7,84,137 हो गई है। इनमें से 54,309 सक्रिय मामले हैं, 7,18,176 लोग महामारी को हराकर ठीक हो चुके हैं और 11,652 लोगों की मौत हो चुकी है।