कोरोना: मुंबई में घर-घर जाकर नहीं लगाई जाएगी वैक्सीन, केंद्र से नहीं मिली मंजूरी
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने बृह्नमुंबई महानगरपालिका (BMC) को घर-घर जाकर बुजुर्गों, दृष्टिबाधित और दिव्यांग लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने की अनुमति नहीं दी है।
केंद्र ने BMC की इस मांग पर कहा कि ऐसी कोई नीति नहीं है।
केंद्र सरकार का कहना है कि वह वैक्सीनेशन अभियान की पहुंच बढ़ाने पर काम कर रही है और लोगों के लिए उनके घरों के दो किलोमीटर के दायरे में वैक्सीनेशन केंद्र मौजूद होगा।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
योजना
BMC घर-घर जाकर लगाना चाहती थी वैक्सीन
BMC के अतिरिक्त नगर आयुक्त (स्वास्थ्य) सुरेश कांकणी ने बताया, "मुंबई में लगभग 1.5 लाख ऐसे लोग हैं, जो बुजुर्ग हैं और बिस्तर से उठकर घर से भी बाहर नहीं आ सकते। हमने केंद्र सरकार से उन लोगों को घर जाकर वैक्सीन लगाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन केंद्र ने यह कहकर मना कर दिया कि ऐसी कोई नीति नहीं है। अगर मंजूरी मिलती तो यह उन लोगों के लिए मददगार साबित होता जो घर से बाहर नहीं आ सकते।"
वैक्सीनेशन
केंद्र ने क्यों नहीं दी मंजूरी?
मुंबई मिरर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि घर-घर जाकर वैक्सीन लगाने से वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार कम होगी।
उन्होंने कहा, "अगर आप किसी को वैक्सीन लगाते हो तो कुछ देर तक उसके असर को देखना होता है। अगर घर-घर जाकर वैक्सीन लगाई जाएगी तो एक टीम को एक लाभार्थी को वैक्सीन लगाने में बहुत समय लगेगा। इससे वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार धीमी हो जाएगी।"
हालांकि, उन्होंने कहा कि अब वैक्सीनेशन अभियान की पहुंच बढ़ाई जाएगी।
योजना
हर दो किलोमीटर के दायरे में होगा वैक्सीनेशन केंद्र
अधिकारी ने आगे कहा कि कई लोगों को डर होता है कि अगर वो अस्पताल जाएंगे तो कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में अब सरकार हर दो किलोमीटर के दायरे में वैक्सीनेशन केंद्र खोलने की योजना बना रही है ताकि लोगों को दूर न जाना पड़े।
उन्होंने कहा कि महामारी को रोकने के लिए वैक्सीनेशन एक प्रभावी उपाय है और कई विकसित देश इसकी मदद से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीतने की तरफ बढ़ रहे हैं।
कोरोना का कहर
मुंबई में संक्रमण को लेकर चिंता
इसी बीच केंद्र सरकार ने मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई है।
अधिकारी ने कहा कि संक्रमण की मौजूदा रफ्तार को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि मुंबई में दैनिक मामलों की संख्या जल्द ही 10,000 के आंकड़े को पार कर जाएगी।
दूसरी तरफ BMC ने भी इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी है और अस्पतालों को 10,000 दैनिक मामलों के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
जानकारी
मुंबई में 46,000 सक्रिय मामले
महाराष्ट्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में अब तक कोरोना के 4.04 लाख मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 46,248 सक्रिय मामले हैं और 11,665 लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी से स्वास्थ्य व्यवस्था पर भार बढ़ रहा है।
कोरोना वायरस
महाराष्ट्र और देश में महामारी की क्या स्थिति?
महाराष्ट्र में बीते दिन 31,643 लोगों को संक्रमित पाया गया, वहीं 102 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 27,45,518 हो गई है। इनमें से 54,283 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं पूरे देश की बात करें तो बीते दिन 56,211 नए मामले सामने आए और 271 मौतें हुईं। इसी के साथ देश में अब तक कुल 1,20,95,855 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 1,62,114 की मौत हुई है।