
पहलगाम हमले का एक महीना: भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' और व्यापार रोकने समेत क्या-क्या कदम उठाए?
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को आज एक महीना हो गया है। 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी।
इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ न सिर्फ कूटनीतिक बल्कि सैन्य कदम भी उठाए। भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया, पाकिस्तान से व्यापार बंद कर दिया और ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों को बर्बाद कर दिया।
आइए हमले के जवाब में भारत द्वारा उठाए गए कदमों को जानते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर
'ऑपरेशन सिंदूर' में भारत ने तबाह किए आतंकी ठिकाने
भारत ने 7 और 8 मई की रात 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में सटीक हवाई हमले कर 7 जगहों पर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।
इस दौरान 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष आतंकी भी शामिल थे।
भारतीय वायु सेना ने इसके लिए राफेल विमानों, स्कैल्प और हैमर जैसी मिसाइलों का इस्तेमाल कर बेहद सटीक स्ट्राइक की थी और केवल आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया।
सिंधु संधि
भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित की
हमले के एक दिन बाद ही भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने की घोषणा की। ये दोनों देशों के बीच 1960 में हुआ एक अहम जल समझौता था।
इससे बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने की धमकी तक दे डाली, लेकिन भारत अपने फैसले पर अडिग रहा।
भारत अब इस संधि के तहत पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोककर उस पर वाटर स्ट्राइक करने की योजना बना रहा है।
व्यापार
भारत ने व्यापार बंद किया, वीजा पर लगाई रोक
भारत ने पाकिस्तान को आर्थिक चोट देने के मकसद से पाकिस्तान के साथ सभी तरह का व्यापार भी बंद कर दिया। पाकिस्तान के साथ जो भी व्यापार अटारी-वाघा सीमा के जरिए होता था, उसे भी बंद कर दिया गया।
वहीं, 27 अप्रैल को भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वैध वीजा रद्द कर दिए और SAARC वीजा छूट योजना के तहत व्यापक यात्रा प्रतिबंध लगा दिए है। पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने को कहा गया था।
राजनयिक
राजनयिकों और सैन्य सलाहकारों को निष्कासन
23 अप्रैल को भारत ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों को निष्कासित कर दिया और इस्लामाबाद से भी अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुला लिया।
इसके अलावा इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने अपने कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 कर दी। पाकिस्तानी उच्चायोग को भी कर्मचारियों की संख्या कम करने के आदेश दिए गए।
कुछ संदिग्ध कर्मचारियों को 'अवांछित व्यक्ति' घोषित कर भारत छोड़ने को कहा गया।
हमला
ड्रोन हमले का दिया मुंहतोड़ जवाब
भारतीय हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था। भारत ने न सिर्फ इस पूरे हमले को नाकाम किया, बल्कि इसका मुंहतोड़ जवाब भी दिया।
भारत ने पाकिस्तानी वायुसेना के 11 अहम रणनीतिक ठिकानों पर हमला कर इन्हें तबाह कर दिया। इनमें नूर खान और रफीकी स्थित एयरबेस भी शामिल थे।
इससे घबराकर पाकिस्तान अमेरिका के पास पहुंचा और युद्धविराम कराने की अपील की।