जामिया हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने दायर की चार्जशीट, शरजील इमाम को बताया जिम्मेदार
क्या है खबर?
दिल्ली पुलिस ने पिछले साल 15 दिसंबर को राजधानी में हुई हिंसा के मामले चार्जशीट दायर कर दी है।
इसमें जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के PhD छात्र शरजील इमाम को हिंसा भड़काने का जिम्मेदार बताया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर हुई हिंसा के संबंध में दायर की गई चार्जशीट के साथ पुलिस ने CCTV फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और 100 से ज्यादा गवाहों के बयान कोर्ट को सौंपे हैं।
हिंसा
कब हुई थी हिंसा?
15 दिसंबर को दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे।
इन्हीं प्रदर्शनों के दौरान यूनिवर्सिटी के बाहर हिंसा भड़क गई और उपद्रवियों ने बसों को आग के हवाले कर दिया।
उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी भी की, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए फायरिंग की।
आरोप है कि इस दौरान पुलिस बिना इजाजत यूनिवर्सिटी कैंपस में घुस गई और छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
जानकारी
हिंसा से जुड़े दो मामलों की जांच कर रही पुलिस
इस घटना के संबंध में पुलिस दो मामलों की जांच कर रही है। पहला मामला प्रदर्शनाकारियों और पुलिस के बीच भिड़ंत का है, जिसमें बसों को आग लगाई गई थी। वहीं दूसरा मामला जामिया छात्रों पर पुलिस की ज्यादती का है।
गिरफ्तारी
28 जनवरी को हुई थी शरजील की गिरफ्तारी
पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में शरजील इमाम को 28 जनवरी को बिहार से गिरफ्तार किया था।
बीते सोमवार को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हुई हिंसा के मामले में अदालत ने शरजील को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। मंगलवार को रिमांड की अवधि 3 मार्च तक बढ़ा दी गई है।
कुछ लोगों ने शरजील को शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन का सूत्रधार बताया था, लेकिन यहां के प्रदर्शनकारियों ने इससे इनकार किया है।
जानकारी
2 जनवरी को शरजील ने खुद को किया था प्रदर्शन से अलग
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि शरजील शुरुआत में शाहीन बाग के प्रदर्शन से जुड़े हुए थे। जब उनकी प्रदर्शन खत्म करने की बात नहीं मानी गई तो उन्होंने खुद को 2 जनवरी को इस प्रदर्शन से अलग कर लिया था।
मामला
असम को भारत से अलग करने के बयान पर हुआ देशद्रोह का केस
शरजील ने 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भड़काऊ भाषण देते हुए कहा था, "असम को भारत के शेष हिस्से से काट दिया जाना चाहिए तभी वह हमारी बात सुनेंगे। वहां मुस्लिम की या तो हत्या हो रही है या उन्हें डिटेंशन कैंप में रखा जा रहा है। असम को भारत के शेष हिस्से से स्थाई या अस्थाई रूप से अलग किया जा सकता है।"
इस बयान के बाद उन पर देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है।
जानकारी
इन राज्यों में भी शरजील के खिलाफ मुकदमे दर्ज
दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, मणिपुर, असम और अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने भी शरजील के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ IPC की धारा 124A, 153A और 505 के तहत मामला दर्ज किया है।
परिचय
कौन हैं शरजील इमाम?
जहानाबाद के रहने वाले शरजील इमाम ने IIT बॉम्बे से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने कुछ दिन तक वहां अध्यापन कार्य भी किया था।
स्नातक के बाद उन्होंने बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में दो साल तक डेवेलपर के रूप में काम किया।
2013 में उन्होंने JNU से आधुनिक इतिहास में मास्टर्स करने के लिए प्रवेश लिया था। यहां से MPhil करने के बाद वो फिलहाल PhD कर रहे थे।