बाढ़ पर सवाल पूछने पर गुस्सा हुए नीतीश कुमार, रिपोर्ट्स से पूछा- अमेरिका में क्या हुआ?
बिहार की राजधानी पटना में आई बाढ़ पर सवाल पूछने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुस्सा पत्रकारों पर फूट पड़ा। नीतीश ने उनसे कहा कि बाढ़ की समस्या केवल पटना में नहीं है, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी यही हाल है। नीतीश केवल भारत तक नहीं रुके बल्कि अमेरिका में बाढ़ का भी जिक्र कर दिया। बता दें कि भारी बारिश से बिहार के कई हिस्सों बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे हैं।
नीतीश बोले, केवल पटना के कुछ मोहल्लों में नहीं आई है बाढ़
नीतीश लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। मंगलवार रात को ऐसे ही एक दौरे पर वह पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल इलाके का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे एक सवाल पूछा तो गुस्से में जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "हम पूछ रहे हैं कि देश और दुनिया के कितने हिस्सों में पानी आया है? सिर्फ पटना के कुछ मोहल्ले में पानी आया है, वही है समस्या? ये अमेरिका में क्या हुआ?"
बाढ़ पर सवाल करने पर फूटा नीतीश कुमार का गुस्सा
नीतीश ने कहा, बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा
नीतीश इस दौरान मीडिया को कोसते हुए नजर आए और बाढ़ को एक प्राकृतिक आपदा बताया। राहत और बचाव कार्यों पर उन्होंने कहा, "जिस दिन बाढ़ की स्थिति पैदा हुई, हमने जरूरी इंतजाम करना शुरू कर दिया। राहत का काम चल रहा है। बाढ़ के पानी को बाहर निकालने के लिए कई इंतजाम किए जा रहे हैं।" इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश से फोन पर बात करने के लिए हर तरह की मदद का आश्वासन दिया।
बारिश रुकने के बाद भी पटना में स्थिति खराब
वैसे तो बारिश को रुके हुए 36 घंटे से अधिक समय हो गया है लेकिन पटना के ज्यादातर हिस्से अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। इलाके के हजारों बिना बिजली और पीने के पानी के घरों में बंद हैं। पटना के कई इलाकों में राहत शिविर चलाए जा रहे हैं और राज्य सरकार की टीमें लोगों को खाद्य पदार्थ और पीने का पानी वितरित कर रही हैं। बिजली आपूर्ति ठीक करने का काम भी तेजी से चल रहा है।
बाढ़ से बिहार में 42 लोगों की मौत
बाढ़ से पूरे बिहार में अब तक कम से कम 42 लोगों की मौत हो चुकी है। NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। इस बीच वायु सेना के कुछ हेलीकॉप्टर्स को भी बचाव कार्य में लगाया गया है। इस बीच कल राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को पटना स्थित उनके घर से सुरक्षित बाहर निकाला गया था। बाढ़ के कारण वह अपने परिवार के साथ तीन दिन से घर के अंदर फंसे हुए थे।
नदियों का बढ़ता जलस्तर भी चिंता का कारण
इस बीच नदियों का बढ़ता जलस्तर भी चिंता का एक बड़ा कारण बना हुआ है। बिहार के जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, गंगा नदी मंगलवार को पटना के दीघाघाट, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर और भागलपुर में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। सोन नदी का जलस्तर भी 2.47 क्यूसेक से बढ़कर 2.72 क्यूसेक हो गया है। सोन नदी के बढ़ते जल स्तर का गंगा के जल स्तर पर भी असर पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ से 104 लोगों की मौत
बिहार का पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश भी भारी बारिश के कारण बाढ़ की समस्या से जूझ रहा है और यहां बाढ़ से कम 104 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। गाजीपुर और बलिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां बाढ़ का पानी जेल में घुसने के बाद प्रशासन ने 900 कैदियों को दूसरी जगह शिफ्ट किया है।