सरकारी स्कूल के छात्र अब एक अलग तरीके से सीखेंगे अंग्रेजी, रेडियो पर प्रसारित होगा कार्यक्रम
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा को और अच्छा करने के लिए नई पहल कर रही है। उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए एक खुशखबरी है।
अब सरकार ने सरकारी स्कूल के बच्चों को अंग्रेजी सिखाने का एक नया तरीका निकाला है।
सरकार ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के माध्यम से सरकारी स्कूल के बच्चों को अंग्रेजी का ज्ञान प्रदान करने जा रही है।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
कार्यक्रम
'आओ अंग्रेजी सीखें' कार्यक्रम होगा प्रसारित
आज से यानी कि 02 सितंबर, 2019 से सरकार AIR के जरिए अंग्रेजी सिखाने वाली है।
सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सर्वशिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद की तरफ से बच्चों को ये रेडियो प्रसारण सुनवाने के लिए अच्छे इंतजाम करने के निर्देश जारी किए हैं।
उनके अनुसार UNICEF और लर्निंग रीसोर्स पुणे के सहयोग से बच्चों को एक अलग तरीके से अंग्रेजी सिखाने के लिए 'आओ अंग्रेजी सीखें' नाम का कार्यक्रम AIR पर प्रसारित होगा।
समय
सुबह 11:00 बजे से प्रसारित होगा कार्यक्रम
बता दें कि उच्च प्राथमिक स्कूलों और कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूलों (KGBV) के 7वीं के छात्रों के लिए 'आओ अंग्रेजी सीखें' कार्यक्रम प्रसारित किया जा रहा है।
यह कार्यक्रम सुबह 11:00 बजे से लेकर 11:15 बजे तक प्रसारित किया जाएगा। यह कार्यक्रम पूरे 120 कड़ियों (एपिसोड) का होगा।
आनंद ने सभी लोगों से सभी उच्च प्राथमिक विद्यालयों और KGBV में रेडियो चालू हालत में होने और प्रसारण का समय स्कूल की दीवार पर लगाने के लिए कहा है।
जानकारी
बनेगा एक व्हाट्सएप ग्रुप
जिलास्तर पर कार्यक्रम की समीक्षा न्याय पंचायत प्रभारियों की बैठक करेगी। साथ ही ब्लाक स्तर पर 'आओ अंग्रेजी सीखें' नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा, जिसे अनुभवों का शेयर करने के लिए कहा जाएगा। सरकार की इस पहल से छात्रों को काफी मदद मिलेगी।
स्कूल
स्कूलों को ऐसे रखनी होगी प्रत्येक अपिसोड की जानकारी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सभी स्कूलों को इसके लिए एक रजिस्टर रखने के लिए भी कहा गया है। जिसमें प्रसारित होने वाले कार्यक्रम के प्रत्येक एपिसोड की विस्तृत जानकारी हो।
कार्यक्रम शुरू होने से पहले बच्चों को एक शांत जगह पर इकट्ठा किया जाएगा और इस दौरान उन से कोई लिखित कार्य नहीं कराया जाएगा।
इसके साथ ही इसका प्रचार-प्रसार पर्चों आदि के माध्यम से किया जाएगा। जिससे सभी बच्चों को इसके बारे में जानकारी मिल सके।