शशि थरूर को महंगी पड़ी प्रधानमंत्री मोदी की 'तारीफ', केरल कांग्रेस ने मांगा स्पष्टीकरण
क्या है खबर?
कांग्रेस सांसद शशि थरूर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'तारीफ' करना भारी पड़ गया है।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने मामले में उनकी सफाई मांगी है। प्रदेश कमिटी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से उनकी शिकायत करने पर भी विचार कर रही है।
बता दें कि थरूर ने पार्टी नेता जयराम रमेश के उस बयान का समर्थन किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी को खलनायक की तरह पेश करना गलत है।
पृष्ठभूमि
कहां से शुरू हुआ पूुरा मामला?
पिछले बुधवार को एक बुक लॉन्च के मौके पर जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए सही कार्यों को पहचानने की बात कही थी।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर आप उन्हें हर समय खलनायक की तरह पेश करेंगे तो आप उनका मुकाबला नहीं कर पाएंगे।
केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर के साथ-साथ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी जयराम रमेश के इस बयान का समर्थन किया था।
समर्थन
थरूर ने कहा, मोदी सही काम करें तो तारीफ हो
समर्थन करते हुए थरूर ने कहा था, "मैं छह साल से कह रहा हूं कि मोदी जब भी कोई सही बात कहते हैं या काम करते हैं, उनकी तारीफ होनी चाहिए। इससे जब भी वह गलती करते हैं, तब हमारी आलोचना को विश्वसनीयता मिलेगी। मैं इस विचार पर विपक्ष में अन्य नेताओं के सहमत होने का स्वागत करता हूं, जिसके लिए मेरी तीखी आलोचना हुई थी।"
केरल कांग्रेस के कई नेताओं ने थरूर के बयान की आलोचना की थी।
बयान
"किसी कीमत पर मोदी के विचारों का समर्थन नहीं कर सकती कांग्रेस"
अब उनके इस बयान प्रदेश कांग्रेस ने थरूर से सफाई मांगी है। सफाई के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
केरल कांग्रेस के नेता बेनी बेहनन ने मामले पर कहा, "कांग्रेस संघ परिवार के अजेंडे को स्वीकार नहीं कर सकती है। किसी भी कांग्रेस नेता को पार्टी की ओर से मोदी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से दुखी नहीं होना चाहिए। कांग्रेस किसी भी कीमत पर मोदी की नीतियों और उनके विचारों का समर्थन नहीं कर सकती है।"
प्रतिक्रिया
थरूर ने किया उनके दृष्टिकोण का आदर करने का अनुरोध
पार्टी नेताओं की नाराजगी और स्पष्टीकरण के बीच थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा है, "मैं मोदी सरकार का सख्त आलोचक रहा हूं और मैं एक रचनात्मक आलोचना की उम्मीद करता हूं। समावेशी मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों का कट्टर समर्थक होने की वजह से मैं तीन चुनाव जीता हूं।"
उन्होंने ट्वीट में लिखा, "मैं अपने साथी कांग्रेसियों से अगर वो मुझसे सहमत नहीं है, तब भी मेरे दृष्टिकोण का आदर करने का अनुरोध करता हूं।"
ट्विटर पोस्ट
मैं मोदी सरकार का सख्त आलोचक रहा हूं- थरूर
I've been a strong critic of the Modi government, i hope a constructive one. My staunch defence of inclusive values constitutional principles has won me 3 elections. I urge my fellow Congressmen to respect my approach even when they don't agree with it:https://t.co/nqX7COeyim
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 27, 2019
राजनीति
थरूर को पसंद नहीं करता केरल कांग्रेस का एक धड़ा
बता दें कि केरल कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा शुरू से ही शशि थरूर को पसंद नहीं करता है।
2009 में बाहर से लाकर उन्हें तिरुवनंतपुरम से लोकसभा चुनाव लड़ाने के बाद से ही ये धड़ा उनके खिलाफ रहा है। तब थरूर ने 99,996 वोटों से चुनाव जीता था।
इसके बाद इसी सीट से उन्होंने 2014 में 15,000 और 2019 में 99,989 वोटों से जीत दर्ज की।
आखिरी दोनों जीतें उन्होंने मोदी लहर के बावजूद दर्ज कीं।