कोरोना: तीसरी लहर की ओर बढ़ रही दुनिया, अगले 100 दिन भारत के लिए महत्वपूर्ण- सरकार
क्या है खबर?
भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अभी थमी भी नहीं है कि अब तीसरी लहर की चिंता सताने लगी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में पूरी दुनिया के लिए महामारी की तीसरी लहर आने की चेतावनी जारी की है।
इसका अर्थ है कि पूरी दुनिया तीसरी लहर की ओर बढ़ रही है। ऐसे स्थिति में अगले 100-125 दिन भारत के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।
बयान
बद से बदतर की ओर बढ़ रहे हैं दुनिया में हालात- डॉ पॉल
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, नीति आयोग (स्वास्थ्य) के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि वर्तमान में WHO के उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका क्षेत्र को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में महामारी के हालात अच्छे से बुरे और बद से बदतर की ओर से बढ़ रहे हैं। दुनिया महामारी की तीसरी लहर की ओर बढ़ रही है और यह एक सच्चाई है।
उन्होंने कहा दुनिया में तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत के लिए अगले 100-125 दिन चुनौतीपूर्ण हैं।
इजाफा
इन देशों में तेजी से बढ़ रहे हैं मामले- डॉ पॉल
डॉ पॉल ने कहा कि स्पेन ने कोरोना के साप्ताहिक मामलों में 64 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जबकि नीदरलैंड में 300 प्रतिशत इजाफा हुआ है। थाईलैंड में लंबे समय से स्थिति स्थिर थी, लेकिन अब मामले बढ़ रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि अफ्रीका ने भी कोरोना संक्रमण के मामलों में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसी तरह म्यांमार, मलेशिया, इंडोनेशिया, बांग्लादेश में भी संक्रमण के मामलों में तेज उछाल देखने को मिल रहा है।
हर्ड इम्युनिटी
"हर्ड इम्युनिटी से बहुत दूर हैं हम"
डॉ पॉल ने कहा, "हमारी आबादी अभी कमजोर है। हम फिलहाल हर्ड इम्यूनिटी तक नहीं पहुंचे हैं। विशेषकर संक्रमण के कारण भी, लेकिन ऐसा नहीं है हम संक्रमण के जरिए ही हर्ड इम्यूनिटी हासिल करना चाहते हैं। हम वैक्सीनेशन भी बढ़ा रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारी कमजोर आबादी में अभी तक 50 प्रतिशत लोगों को भी वैक्सीन नहीं लग पाई है। ऐसे में हम अभी भी कमजोर हैं, लेकिन अभी स्थिति नियंत्रण में है और इसे बनाए रखना होगा।"
जानकारी
वैक्सीन की दोनों खुराकों से मिलती है 95 प्रतिशत सुरक्षा
डॉ पॉल ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की एक खुराक मौत के खतरे को 82 प्रतिशत और दोनों खुराकें 95 प्रतिशत तक कम करने वाली मिली है। इसका मतलब है कि वैक्सीन लगवाने के बाद संक्रमित हुए 95 प्रतिशत लोगों को कुछ नहीं हुआ।
खतरा
बच्चों को भी हो सकता है संक्रमण का खतरा- अग्रवाल
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने देश में बढ़ते संक्रमण के मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि बच्चों को संक्रमण का बड़ा खतरा है। उन्हें बचाने के लिए उचित योजना की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के 73 जिलों में प्रतिदिन संक्रमण के 100 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। इनमें से 40 से अधिक जिलों में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है। यह बड़ी चिंता का कारण है।
गिरावट
मास्क के उपयोग में आ रही है गिरावट- अग्रवाल
अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन में ढील के बाद से मास्क के उपयोग में गिरावट आ रही है। मई के मध्य में जहां मास्क का सबसे अधिक उपयोग किया हुआ था, वहीं अब मास्क के उपयोग में 74 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
उन्होंने कहा कि दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। राज्य सरकारों को तीसरी लहर की तैयारी के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना होगा।
समीक्षा
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक
इधर, प्रधानमंत्री मोदी ने संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, महाराष्ट्र और केरल के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की।
बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कई दिनों से इन राज्यों में 80 प्रतिशत नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में सरकारों को प्रभावी कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्रियों से महामारी पर नियंत्रण के लिए परीक्षण, पहचान, उपचार और वैक्सीनेशन पर ध्यान केंद्रित करने की भी अपील की।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 38,949 नए मामले सामने आए और 542 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,10,26,829 हो गई है। इनमें से 4,12,531 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 4,30,422 हो गई है।
पिछले कुछ हफ्तों से देश में हालात सुधर रहे हैं और कोरोना मामलों में गिरावट दर्ज हो रही है।
आशंका
विशेषज्ञों ने जताई सितंबर या अक्टूबर में तीसरी लहर आने की आशंका
बता दें कि विशेषज्ञों ने सितंबर या अक्टूबर तक देश में तीसरी लहर आने की आशंका जताई है।
19 जून को दिल्ली स्थित आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि भारत में तीसरी लहर को टाला नहीं जा सकता है और यह छह से आठ सप्ताह में दस्तक दे सकती है।
इसी तरह 12 जुलाई को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी तीसरी लहर को टाल नहीं पाने की बात कही थी।