CBSE की 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं निरस्त, प्रधानमंत्री मोदी की बैठक के बाद लिया फैसला
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के कारण बार-बार आगे बढ़ाई जा रही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं बोर्ड की परीक्षा को आखिरकार निरस्त कर दिया गया है।
इस संबंध में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक विशेष बैठक के बाद यह निर्णय किया गया है।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए CBSE की 12वीं की परीक्षा नहीं कराने का निर्णय किया गया है।
पृष्ठभूमि
परीक्षा को लेकर बनी हुई थी असमंजस की स्थिति
बता दें बोर्ड परीक्षा को लेकर पिछले कई दिनों से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। वहीं छात्रों के परिजन भी लगातार परीक्षाओं को रद्द करने की मांग कर रहे थे।
दिल्ली, पंजाब और झारखंड ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा था कि पहले छात्रों की सुरक्षा के लिए पहले उन्हें वैक्सीन लगाना जरूरी है।
इसी तरह विपक्ष के लगातार परीक्षाओं को रद्द करने की मांग कर रहा था। आखिरकार परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।
जानकारी
सरकार ने अप्रैल में निरस्त कर दी थी 10वीं की परीक्षा
कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने अप्रैल में CBSE की 10वीं बोर्ड परीक्षा को रद्द कर दिया था तथा 12वीं की बोर्ड परीक्षा को स्थगित किया था। उस दौरान कहा गया था कि परीक्षा को लेकर 1 जून, 2021 को दोबारा विचार किया जाएगा।
परिणाम
12वीं के विद्यार्थियों के परिणाम तैयार करने के उठाए जाएंगे जरूरी कदम
परीक्षा निरस्त किए जाने के संबंध में सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण अनिश्चित माहौल को देखते हुए और विभिन्न पक्षकारों से मिले फीडबैक के आधार पर यह फैसला लिया गया है कि इस बार 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं कराई जाएगी।
CBSE एक निश्चित समय के भीतर निर्धारित मानदंडों के आधार पर 12वीं के विद्यार्थियों का परिणाम तैयार करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा।
बयान
छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि- मोदी
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विद्यार्थियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि है और इससे बिल्कुल भी समझौता नहीं किया जा सकता है। इसी तरह बच्चों, अभिभावकों और अध्यापकों के अंदर की बेचैनी को खत्म करना भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि छात्रों को महामारी के महौल में परीक्षा देने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे में बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को ध्यान में रखते 12वीं की परीक्षाएं निरस्त करने का निर्णय किया गया है।
हालात
कोरोना महामारी के कारण उतार-चढ़ाव भरी रही है देश की स्थिति- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश की स्थिति उतार-चढ़ाव भरी रही है। वर्तमान में संक्रमण और मौतों के आंकड़ों में कमी आ रही है और कुछ राज्य माइक्रो कंटेनमेंट जोन के जरिये स्थिति से प्रभावी तरीके से निपट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने अभी भी लॉकडाउन बढ़ाया है। ऐसे में अलग-अलग राज्यों में स्थितियो को देखते हुए विद्यार्थियों और अभिभावकों की चिंता को खत्म करने के लिए यह निर्णय किया गया है।
प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जताई फैसले पर खुशी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर ट्वीट किया, 'मुझे खुशी है कि 12वीं की CBSE बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। हम सभी बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बेहद चिंतित थे।'
वहीं उपमुख्यमंत्री सीएम मनीष सिसोदिया ने लिखा, 'मुझे बहुत ख़ुशी है कि देश के 1.5 करोड़ बच्चों की 12वीं की अंतहीन होती क्लास आखिरकार अब खत्मह होगी। परीक्षा की जिद बच्चों की सुरक्षा पर भारी पड़ रही थी।'
बैठक
कुछ राज्यों ने की थी परीक्षा कराने की मांग
बता दें कि पिछले महीने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में राज्यों के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिवों की बैठक हुई थी। उसमें राज्यों की तरफ से अलग-अलग सुझाव दिए गए थे। कुछ राज्यों ने जहां परीक्षा कराए जाने पर जोर दिया है, वहीं कुछ राज्यों ने केंद्र से परीक्षा निरस्त करने की अपील की थी।
बाद में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने व्यापक विचार-विमर्श के बाद ही परीक्षा पर फैसला लेने की बात कही थी।