
नेशनल हेराल्ड मामला: दिल्ली की अदालत ने सोनिया गांधी और राहुल को जारी किया नोटिस
क्या है खबर?
दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है।
यह नोटिस उनके खिलाफ दायर किए गए आरोपपत्र में संज्ञान लेने के सवाल पर सुनवाई के लिए जारी किया गया है।
बता दें कि इससे पहले मामले में 15 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कसते हुए दोनों नेताओं सहित अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था।
टिप्पणी
कोर्ट ने मामले में क्या की टिप्पणी?
स्पेशल जज विशाल गोगने ने कहा, "आरोपपत्र की कमियों को दूर कर दिया गया है और वर्तमान मुद्दा यह है कि क्या भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 223 के तहत नोटिस जारी किया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "ED के आरोपपत्र में उल्लेखित राहुल, सोनिया और अन्य लोगों को विशेष अधिकार है कि अदालत द्वारा उनके खिलाफ औपचारिक रूप से मामला उठाने का निर्णय लेने से पहले उनकी बात सुनी जाए। मामले की अगली सुनवाई 8 मई को होगी।"
आरोपपत्र
ED में आरोपपत्र में क्या आरोप लगाए?
ED ने आरोपपत्र में सोनिया और राहुल के साथ सैम पित्रोदा और सुमन दुबे को भी आरोपी बनाया है।
ED का आरोप है कि सोनिया और राहुल ने नेशनल हेराल्ड के प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति 'हड़पने' की 'आपराधिक साजिश' रची।
इसके लिए उन्होंने AJL की 99 प्रतिशत हिस्सेदारी 50 लाख रुपये में यंग इंडियन नामक एक निजी कंपनी को हस्तांतरित कर दी। यंग इंडियन में सोनिया और राहुल की 76 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
अन्रू
ED ने ये आरोप भी लगाए
ED आरोप पत्र के मुताबिक, आरोपियों ने कांग्रेस द्वारा AJL को दिए गए 90.21 करोड़ रुपये के बकाया लोन को 9.02 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों में बदल दिया। बाद में इन सभी शेयरों को फिर यंग इंडियन को महज 50 लाख रुपये में स्थानांतरित कर दिया गया।
ED के मुताबिक, इस तरह से सोनिया और राहुल AJL की हजारों करोड़ों रुपये की संपत्तियों के लाभकारी मालिक बन गए थे।
दोषी मिलने पर 7 साल की जेल हो सकती है।
प्रकरण
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
2013 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दायर कर राहुल और सोनिया पर नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के अधिग्रहण में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
उनका आरोप था कि यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) के जरिए इसका गलत तरीके से अधिग्रहण किया गया और इससे कांग्रेस नेताओं ने 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति हथिया ली।
सोनिया और राहुल के पास YIL में 38-38 प्रतिशत शेयर हैं। मामले में सोनिया-राहुल से पूछताछ हुई है।