
सुप्रीम कोर्ट ने 6 कथित पाकिस्तानियों के निर्वासन पर लगाई रोक, अधिकारियों को दिए ये निर्देश
क्या है खबर?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सभी पाकस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया है। भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने को कहा गया है।
इस बीच भारत में रह रहे 6 कथित पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दी है। कोर्ट ने अधिकारियों से कहा कि वे सभी लोगों के पहचान पत्रों की पुष्टि करे और पाकिस्तान निर्वासित करने जैसी कोई बलपूर्वक कार्रवाई न करें।
मामला
क्या है मामला?
ये याचिका बेंगलुरु में नौकरी कर रहे अहमद तारिक बट ने लगाई थी।
उनका कहना है कि उन्हें और उनके परिवार के 5 सदस्यों को पाकिस्तान जाने का नोटिस मिला है। 29 अप्रैल को उनके परिवार के लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और सीमा पर ले जाकर पाकिस्तान निर्वासित करने की तैयारी की जा रही है।
बट्ट का दावा है कि वे भारतीय नागरिक हैं और उनके पास भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज भी हैं।
आदेश
कोर्ट ने क्या कहा?
याचिका पर जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह की पीठ ने सुनवाई की।
पीठ ने अधिकारियों से सभी के पहचान पत्र की पुष्टि करने को कहा है। पीठ ने आदेश दिया कि जब तक पहचान पत्र पर कोई आदेश नहीं आ जाता, तब तक परिवार के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न की जाए।
कोर्ट ने परिवार को यह छूट दी है कि दस्तावेज सत्यापन के आदेश से असंतुष्ट होने पर वह जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है।
दलील
याचिकाकर्ता ने कोर्ट में क्या दलील दी?
याचिकाकर्ता के वकील ने कहा, "यह चौंकाने वाला मामला है। हमें सीमा पर हिरासत में लिया गया है। हम भारतीय नागरिक हैं, हमारे पास भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड हैं। मेरे परिवार को गाड़ी में बैठाकर वाघा सीमा पर ले जाया गया है। हमें नोटिस जारी कर कहा गया था कि हम यहां से चले जाएं। कुल 6 लोग हैं- 2 बेटे बेंगलुरू में काम करते हैं। माता, पिता, बहन, एक और भाई, हमारे पास विदेश मंत्रालय द्वारा जारी पासपोर्ट हैं।"
POK
POK से भारत आया था याचिकाकर्ता का परिवार
तारिक बट ने अपने पिता मशकूर बट, मां नुसरत बट, बड़ी बहन आयशा तारिक बट, छोटे भाई अबूबकर बट और उमर बट की गिरफ्तारी को अवैध बताया है।
उन्होंने कहा कि 1997 में उनके पिता पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के मीरपुर से भारत आए थे। 2000 में परिवार के बाकी सदस्य भी भारत आ गए। तब से वे श्रीनगर में रह रहे हैं।
बट ने कहा कि उन्होंने और उनके भाई-बहन ने श्रीनगर के स्कूल में पढ़ाई की है।