नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार की कंपनी की संपत्ति जब्त, ED ने की कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गांधी परिवार की एक कंपनी की 90 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी तौर पर जब्त कर ली है। उसने नेशनल हेराल्ड मामले में ये कार्रवाई की है। मामले में कुल 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। इसमें से 90 करोड़ की संपत्ति यंग इंडियन लिमिडेट (YIL) की है, जिसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी की हिस्सेदारी है। इसके अलावा एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) की 661.69 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
नेशनल हेराल्ड की इमारतें और नेहरू भवन जब्त
ED के बयान के अनुसार, AJL की दिल्ली, मुंबई और लखनऊ जैसे शहरों में स्थित अचल संपत्ति जब्त की गई है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें दिल्ली और मुंबई में स्थित नेशनल हेराल्ड की इमारतें और लखनऊ स्थित नेहरू भवन शामिल है। इसके अलावा YIL के AJL में उसके शेयर जब्त किए गए हैं। ED ने कहा कि उसने कोर्ट के आदेश पर ये कार्रवाई की है, जिसमें कंपनियों पर धोखाधड़ी का मामला बनने की बात कही गई थी।
क्या है नेशनल हेराल्ड?
नेशनल हेराल्ड अंग्रेजी का एक अखबार था, जिसकी स्थापना देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने आजादी के आंदोलन के समय 1938 में की थी। तब इस अखबार को कांग्रेस का मुखपत्र माना जाता था और इसमें आजादी का समर्थन करने वाले विचार छपते थे। इस अखबार और अन्य 2 अखबारों को AJL कंपनी चलाती थी। नेहरू ने अन्य 5,000 स्वतंत्रता सेनानियों को शेयरहोल्डर बनाकर ये कंपनी शुरू की थी, यानि इसका कोई एक मालिक नहीं था।
मौजूदा विवाद क्या है?
AJL ने घाटे के कारण 2008 में नेशनल हेराल्ड और अन्य अखबारों को बंद कर दिया। उस समय उस पर कांग्रेस का 90.25 करोड़ रुपये का कर्ज था। कांग्रेस ने इस कर्ज वसूली का अधिकार 50 लाख में YIL नामक कंपनी को दे दिया, जिसने इसके बदले में 10 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर AJL के नौ करोड़ शेयर खरीद लिए। इससे AJL के 99 प्रतिशत शेयर YIL के पास आ गए और वह इसकी मालिक कंपनी बन गई।
सोनिया और राहुल का नाम कैसे आया?
YIL कंपनी को राहुल और सोनिया गांधी ने कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ मिलकर 2010 में बनाया था। इसमें सोनिया और राहुल के 38-38 प्रतिशत यानि कुल 76 प्रतिशत शेयर हैं और बाकी नेताओं के 24 प्रतिशत शेयर हैं। कांग्रेस ने बाद में AJL का पूरा कर्ज माफ कर दिया था, जिसका मतलब सोनिया और राहुल को मात्र 50 लाख का खर्च करके YIL के जरिए AJL और नेशनल हेराल्ड का मालिकाना हक मिल गया।
सोनिया और राहुल पर क्या आरोप?
आरोप है कि राहुल और सोनिया ने मात्र 50 लाख रुपये में AJL की लगभग 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति अपने नाम करने के लिए ये सब किया। इसमें दिल्ली के बहादुरशाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस भी शामिल है, जिसे सरकार ने AJL को लीज पर दे रखा था। आरोपों के अनुसार, YIL इस इमारत को किराए पर उठाकर पैसे कमाती थी, जबकि इसे मात्र अखबार चलाने के लिए लीज पर दिया गया था।
कांग्रेस का आरोपों पर क्या कहना है?
कांग्रेस का कहना है कि YIL को चैरिटी के मकसद के साथ खोला गया था और यह एक गैर-लाभकारी कंपनी है। उसके अनुसार, लेनदेन में किसी भी तरह का घोटाला नहीं किया गया और ये कंपनी के शेयर ट्रांसफर करने के लिए एक व्यावसायिक लेनदेन था। उसने भाजपा सरकार पर राजनीति से प्रेरित होकर कार्रवाई करने और एजेंसियों का राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। ED पिछले साल राहुल और सोनिया से पूछताछ कर चुकी है।