
जिम्बाब्वे बनाम न्यूजीलैंड: डेवोन कॉनवे ने जड़ा 5वां टेस्ट शतक, जानिए उनके आंकड़े
क्या है खबर?
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम और न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में कीवी टीम के सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे ने शानदार शतकीय पारी (153) खेली है। ये उनके टेस्ट करियर का 5वां और जिम्बाब्वे के खिलाफ पहला शतक रहा। कॉनवे ने साल 2023 के बाद टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक लगाया है। उनके बल्ले से आखिरी शतक पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ निकला था। ऐसे में आइए उनकी पारी और आंकड़ों पर नजर डालते हैं।
पारी
ऐसी रही कॉनवे की पारी
जिम्बाब्वे की पहली पारी 125 रन पर समाप्त हुई थी। जवाब में कॉनवे ने पहली गेंद से ही संभलकर खेलना शुरू किया। उन्होंने 143 गेंदों का सामना करते हुए अपना शतक पूरा किया। उन्होंने विल यंग (74) के साथ पहले विकेट के लिए 162 रन की साझेदारी निभाई। यंग शतक नहीं बना पाए और इसके बाद कॉनवे ने जैकब डफी के साथ मिलकर पारी आगे बढ़ाई। कॉनवे पारी में 245 गेंदों में 18 चौकों से 153 रन बनाकर आउट हुए।
शतक
2023 के बाद कॉनवे का पहला शतक
कॉनवे ने जनवरी 2023 में अपना आखिरी टेस्ट शतक लगाया था। इसके बाद उन्होंने 2024 में 9 टेस्ट खेले थे। इसकी 18 पारियों में 21.44 की औसत से 386 रन बनाए थे। वह इस दौरान एक भी शतक नहीं लगा पाए थे। उनके बल्ले से 3 अर्धशतक निकले थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 91 रन था। इस सीरीज के पहले टेस्ट में कॉनवे के बल्ले से 88 रन निकले थे। वह शतक लगाने से चुक गए थे।
रन
कौनवे ने टेस्ट क्रिकेट में पूरे किए 2,000 रन
कॉनवे ने पारी का 72वां रन बनाते ही अपने 2,000 टेस्ट रन भी पूरे कर लिए। उनके अब 29 मैचों की 54 पारियों में 39.26 की औसत से 2,081 रन हो गए हैं। उनके बल्ले से 5 शतक के अलावा 12 अर्धशतक भी निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 200 रन रहा है। कॉनवे ये दोहरा शतक इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ लगाया था। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच साल 2021 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
विदेसी
विदेशी सरजमीं पर लगाए हैं 3 शतक
कॉनवे ने विदेशी जमीन पर शानदार प्रदर्शन करते हुए 31 पारियों में 1,299 रन बना लिए हैं। इस दौरान उनकी औसत 43.30 की रही है। उनके 5 में से 3 शतक भी विदेशी परिस्थितियों में आए हैं जो उनकी बल्लेबाजी की मजबूती को दर्शाते हैं। जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले मुकाबले में उनकी 88 रन की पारी उनके लिए खास थी, क्योंकि पिछले साल वे सिर्फ 386 रन ही बना सके थे। वहीं से उन्होंने अपना फॉर्म प्राप्त किया।