कोरोना वायरस: हर हफ्ते नए मामले दर्ज करने में तीसरे पायदान पर है केरल
कोरोना महामारी की शुरुआत में संक्रमण पर काबू पाने के कारण मॉडल राज्य का दर्जा हासिल करने वाले केरल की हालत वर्तमान में बेहद खराब है। यहां हर सप्ताह में प्रति 10 लाख लोगों पर देश में तीसरे सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। 19-26 सितंबर को समाप्त हुए सप्ताह में यहां प्रति 10 लाख लोगों पर 158 नए मामले दर्ज किए गए थे, जो 12-19 सितंबर के बीच आए 111 मामलों से 47 अधिक है।
इस मामले में पहले पायदान पर काबिज है राजधानी दिल्ली
TOI के अनुसार प्रत्येक सप्ताह में प्रति 10 लाख लोगों पर कोरोना वायरस के संक्रमण के सबसे अधिक नए मामले राजधानी दिल्ली में सबसे अधिक हैं। यहां प्रत्येक सप्ताह 212 नए मामले सामने आ रहे हैं। इसी तरह देश के सबसे प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में यह संख्या 169 पर टिकी है। ऐसे में केरल में बढ़ती नए मामलों की रफ्तार को देखते हुए वह जल्द ही इस मामले में महाराष्ट्र को पछाड़ कर दूसरे पायदान पर आ सकता है।
इस मामले में दूसरे पायदान पर है केरल
एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामलों पर प्रति 10 लाख की आबादी पर संक्रमितों के आधार पर देखे तो इस मामले में केरल दूसरे पायदान पर है। यहां सबसे ज्यादा मामलों वाले दिन प्रति 10 लाख लोगों पर 32 लोग संक्रमित हो रहे हैं। इस मामले में भी राजधानी दिल्ली 38 संक्रमितों के साथ पहले पायदान पर है। इसके विपरीत तमिलनाडु में प्रतिदिन प्रत्येक 10 लाख लोगों पर 14 और कर्नाटक में 23 लोग संक्रमित हो रहे हैं।
4,000 लोगों ने अनजाने में फैलाया संक्रमण
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि यहां 3,000-4,000 लोग ऐसे थे, जिनके कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे थे और वो कोरोना संक्रमित थे। ऐसे में उन्होंने क्वारंटाइन में होने के बाद भी तेजी से संक्रमण फैलाया है। यह बड़ी चिंता का कारण है। वर्तमान में भी ऐसे लोग हो सकते हैं, लेकिन उनकी पहचान करना बहुत मुश्किल है। इसके लिए सभी की जांच आवश्यक है।
बढ़ सकती है राज्य में मृत्यु दर
केरल चैप्टर में IMA के सचिव डॉ गोपीकुमार पी ने बताया यदि बिना लक्षण वाले संक्रमितों की जल्द पहचान नहीं हुई तो राज्य की मृत्यु दर में इजाफा हो सकता है। वर्तमान में राज्य की मृत्यु दर अन्य राज्यों की तुलना में नियंत्रण में है।
केरल में 0.4 प्रतिशत है मृत्यु दर
डॉ गोपीकुमार ने बताया कि राज्य में संक्रमण की मृत्यु दर 0.4 प्रतिशत है, जबकि औसत वृद्धि दर 4 प्रतिशत पर बनी हुई है। ऐसे में राज्य को प्रभावी नियंत्रण प्रबंधन और नैदानिक प्रबंधन के स्तर पर तैयार करने की जरूरत है। डॉ शेनॉय पद्मनाभ ने कहा कि सरकार को तत्काल प्रत्येक अस्पताल में उपलब्ध बेड, ICU और वेंटिलेटर की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है। ऐसे में मरीजों को बेड के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
भारत और केरल में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 86,821 नए मामले सामने आए और 1,181 मरीजों की मौत हुई है। देश में कुल मामलों की संख्या 63,12,584 हो गई है, वहीं 98,678 लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 9,40,705 हो गई है। इसी तरह केरल में संक्रमितों की संख्या 1.96 लाख के पार पहुंच गई है। इनमें से 742 की मौत हो चुकी है और 1.28 लाख उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं।