विमानों में बम धमकी मामले पर IT मंत्रालय सख्त, सोशल मीडिया कंपनियों को दी ये चेतावनी
विमानों में लगातार मिल रही बम की धमकियों के मामले पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) मंत्रालय ने सख्त रवैया अपनाया है। मंत्रालय ने सोशल मीडिया कंपनियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वे ऐसी झूठी सूचनाओं को तुरंत नहीं हटाते हैं तो उन्हें मिलने वाली इम्युनिटी रद्द कर दी जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि ऐसी सूचनाओं को तुरंत हटाकर इसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों को भी देनी होगी।
मंत्रालय ने क्या कहा?
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, मंत्रालय ने कंपनियों से कहा है कि अगर वे सार्वजनिक व्यवस्था और सुरक्षा को प्रभावित करने वाली झूठी सूचनाओं को तुरंत नहीं हटाते हैं तो उन्हें इम्युनिटी से हाथ धोना पड़ेगा। कंपनियों को बम धमकियों को निर्धारित सीमा के अंदर प्लेटफॉर्म से हटाना होगा और 72 घंटे के अंदर ऐसी पोस्ट और अकाउंट की जानकारी अधिकारियों के साथ साझा करनी होगी। अगर ऐसा नहीं किया या तो कंपनियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
कंपनियों के अधिकारियों संग भी मंत्रालय ने की बैठक
22 अक्टूबर को IT मंत्रालय ने एक्स, मेटा, गूगल और टेलीग्राम जैसी सोशल मीडिया कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें अधिकारियों से कहा गया कि वे धमकी भेजने वाले अकाउंट की जानकारी तुरंत सुरक्षा अधिकारियों के साथ साझा करे। IT मंत्रालय के संयुक्त सचिव संकेत भोंडवे ने 'एक्स' के अधिकारियों को विशेष तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा न करने पर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
मंत्रालय ने दिया इन कानूनों का हवाला
मंत्रालय ने कहा, "भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) के तहत संबंधित मध्यस्थों पर दायित्व है कि वे अपने प्लेटफॉर्म के किसी भी उपयोगकर्ता द्वारा किए गए अपराधों की अनिवार्य रूप से रिपोर्ट करें, जिसमें भारत की एकता, अखंडता, संप्रभुता, सुरक्षा या आर्थिक सुरक्षा को खतरे में डालने के इरादे से किया गया कोई भी कार्य शामिल है। इसके अलावा, IT नियम, 2021 भी मध्यस्थों को जानकारी प्रदान करने या सरकारी एजेंसी को सहायता प्रदान करने के लिए बाध्य करता है।"
अब तक 250 से ज्यादा विमानों को धमकियां
25 अक्टूबर को एक साथ 85 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। इनमें एयर इंडिया, इंडिगो और विस्तारा के 20-20 और अकासा की 25 विमान शामिल हैं। बीते 10 दिन में धमकियों की वजह से अब 250 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं। हालांकि, ये सभी धमकियां केवल अफवाह साबित हुई है और जांच में कुछ नहीं मिला है। मामले में एक नाबालिग को हिरासत में भी लिया गया है।