विमानों को धमकियां देने वालों की जांच शुरू, केंद्रीय एजेंसियां लेंगी VPN सेवा प्रदाताओं की मदद
क्या है खबर?
विमानों और हवाई अड्डों को बम से उड़ाने की धमकियों ने केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों की नाक में दम कर दिया है। इससे निपटने की अब तैयारी चल रही है।
केंद्रीय एजेंसियां बम संबंधी अफवाह वाली कॉलों के स्रोत का पता लगाने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) सेवा प्रदाताओं से संपर्क करने की तैयारी में हैं।
इससे कॉल, ईमेल और संदेश भेजने वालों की काफी जानकारी सामने आ सकेगी।
धमकी
लंदन और जर्मनी की IP एड्रेस का हो रहा इस्तेमाल
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि कई धमकी भरे कॉलों में VPN का उपयोग किया गया है, जिससे उनको ट्रैक कर पाना मुश्किल हो रहा है।
एजेंसियां फर्जी धमकियों की बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि कई कॉल और संदेश लंदन और जर्मनी के IP ए़ड्रेस से भेजे जा रहे हैं।
पिछले दिनों कई विमानों को धमकी दी गई है, जिसमें से अधिकतर लंदन और जर्मनी से दी गई थी।
धमकी
4 दिन में 20 से अधिक विमानों को मिली धमकियां
बीते 4 दिन में अलग-अलग एयरलाइन के 20 से अधिक विमानों को बम की धमकियां मिल चुकी हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं।
इसके बाद कुछ विमानों के मार्ग बदलने पड़े तो कुछ की आपातकालीन लैंडिंग भी हुई है। हालांकि, अभी तक सभी धमकियां केवल अफवाह साबित हुई हैं।
सोमवार से यह सिलसिला लगातार चल रहा है। 17 अक्टूबर को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट से मुंबई आ रही विस्तारा को धमकी मिली थी, जिसके बाद उसकी इमरजेंसी लैंडिंग हुई।