NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / #NewsBytesExplainer: मणिपुर हिंसा की जांच करने जा रही समिति में कौन-कौन है?
    अगली खबर
    #NewsBytesExplainer: मणिपुर हिंसा की जांच करने जा रही समिति में कौन-कौन है?
    मणिपुर हिंसा की जांच समिति में पूर्व न्यायाधीश अजय लांबा, पूर्व IPS आलोक प्रभाकर और पूर्व IAS हिमांशु शेखर शामिल हैं

    #NewsBytesExplainer: मणिपुर हिंसा की जांच करने जा रही समिति में कौन-कौन है?

    लेखन नवीन
    Jun 05, 2023
    08:03 pm

    क्या है खबर?

    मणिपुर में पिछले एक महीने से जारी हिंसा की जांच के लिए केंद्र सरकार ने एक 3 सदस्यीय समिति गठित की है।

    गुवाहाटी हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अजय लांबा की अगुवाई वाली इस समिति में सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हिमांशु शेखर दास और सेवानिवृत्त IPS अधिकारी आलोक प्रभाकर शामिल हैं।

    आइए जानते हैं कि जांच समिति में जिन लोगों को शामिल किया गया है, वो कौन हैं और ये समिति क्या करेगी।

    न्यायाधीश

    पूर्व न्यायाधीश अजय लांबा

    पूर्व न्यायाधीश अजय लांबा ने एक सरकारी वकील के तौर पर अपना करियर शुरू किया था। 2006 में उन्हें पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।

    इसके बाद 2011 में न्यायाधीश लांबा का इलाहाबाद हाई कोर्ट ट्रांसफर किया गया और 2019 में उनकी गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति हुई।

    वह गुवाहाटी हाई कोर्ट से ही सितंबर, 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे।

    IAS

    सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हिमांशु शेखर दास 

    पूर्व IAS अधिकारी हिमांशु शेखर दास 1982 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए थे। उन्होंने 13 साल तक असम सरकार के वित्त सचिव के रूप में कार्य किया।

    वह राज्य सरकार द्वारा गठित एक पुलिस आयोग का भी हिस्सा थे, जिसने असम पुलिस की कार्यप्रणाली, गतिविधियों और तैनाती में सुधार के उपायों की सिफारिश की थी।

    इसके अलावा IPS दास असम में राज्य सूचना आयुक्त की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।

    IPS

    सेवानिवृत्त IPS आलोक प्रभाकर 

    पूर्व IPS अधिकारी आलोक प्रभाकर 1986 में पुलिस प्रशासनिक सेवा का हिस्सा बने थे। वह केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के विशेष निदेशक भी रहे। उन्होंने आंतकवाद और उग्रवाद विरोधी कई अभियानों में काम किया है और वह कुछ समय मणिपुर में भी पोस्टिंग पर रहे।

    IPS प्रभाकर ने मार्च, 2020 में सेवानिवृत्त होने से पहले 3 दशक से अधिक समय तक CBI में काम किया।

    वह सेवानिवृत्ति होने के बाद एक जासूस के जीवन पर किताब भी लिख चुके हैं।

    समिति

    जांच समिति क्या काम करेगी? 

    गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना में कहा गया है कि जांच समिति मणिपुर में लक्षित हिंसा और दंगों के कारणों की गहनता से जांच करेगी।

    इसके अलावा समिति मणिपुर हिंसा को रोकने में प्रशासनिक और पुलिस स्तर के अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर बरती गई लापरवाही की भी पड़ताल करेगी।

    इस अधिसूचना के अनुसार, समिति मंत्रालय के समक्ष अपनी अंतरिम जांच रिपोर्ट भी प्रस्तुत कर सकती है। समिति को जांच के लिए 6 महीने का समय दिया है।

    हिंसा

    मणिपुर में कैसे हुई थी हिंसा की शुरुआत? 

    3 मई को कुकी आदिवासियों ने गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिये जाने के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर (ATSUM) के बैनर तले एकजुटता मार्च निकाला था। इसके बाद एक हफ्ते से ज्यादा समय तक मणिपुर में हिंसक झड़पें होती रहीं।

    सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, हिंसा में 98 लोग जान गंवा चुके हैं और 310 लोग घायल हुए हैं। वर्तमान में यहां तकरीबन 37,450 बेघर लोग 272 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।

    वजह

    मणिपुर हिंसा के पीछे क्या है प्रमुख कारण?

    मैतई समुदाय की मणिपुर की कुल आबादी में करीब 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

    आदिवासियों को डर है कि अगर मैतेई समुदाय को ST वर्ग का दर्जा मिला तो वह आदिवासियों के लिए आरक्षित 10 प्रतिशत वन्य क्षेत्र के अलावा उनकी अन्य जमीन और संसाधनों पर कब्जा कर लेगा।

    कुकी आदिवासी समुदाय को आरक्षित वन भूमि से बेदखल करने को लेकर पहले भी हिंसक झड़पें हुई हैं, जिसके कारण राज्य में छोटे-बड़े आंदोलन होते रहे हैं।

    दौरा

    न्यूजबाइट्स प्लस

    पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शांति बहाली के प्रयासों को लेकर मणिपुर को 4 दिवसीय दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने नागरिक संगठनों से मुलाकात करते हुए राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने का अनुरोध किया था।

    इसके अलावा उन्होंने मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजे देने का ऐलान भी किया। इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा मृतक के एक परिजन को नौकरी भी दी जाएगी।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    मणिपुर
    केंद्र सरकार
    #NewsBytesExplainer

    ताज़ा खबरें

    जैकलीन फर्नांडिस मां को याद कर बोलीं- टूट गई, किसी को खोने का दर्द सबसे बड़ा जैकलीन फर्नांडिस
    आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करने विदेश जाएगा सांसदों का प्रतिनिधिमंडल, थरूर समेत ये नेता शामिल ऑपरेशन सिंदूर
    OpenAI की आबू धाबी में डाटा सेंटर बनाने की योजना, सबसे बड़ा होने का दावा  OpenAI
    उत्तर भारत में पारा 42 डिग्री के पार, 5 दिनों में भारी बारिश की चेतावनी  गर्मी की लहर

    मणिपुर

    मणिपुर: भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 29 पहुंची, 34 लोग अभी भी लापता भारतीय सेना
    आकर्षण का केंद्र हैं भारत की ये पांच सबसे खूबसूरत झीलें भारत की खबरें
    मणिपुर में पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद, दो जिलों में धारा 144 लागू नफरती अपराध
    इस महिला ने 500 रुपये से शुरू किया था बिजनेस, अब लाखों में कर रही कमाई दिल्ली

    केंद्र सरकार

    मणिपुर में दोबारा भड़की हिंसा, अब तक कुल 54 लोगों की हुई मौत मणिपुर
    मणिपुर हिंसा: चुराचांदपुर में कर्फ्यू में मिली ढील, मुख्यमंत्री बोले- सुधर रहे हैं हालात मणिपुर
    दिल्ली: किसानों ने तोड़े पुलिस बैरिकेड्स, जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने में शामिल होने पहुंचे  दिल्ली पुलिस
    मोदी सरकार के पूरे हो रहे 9 साल, मंत्रालयों से मांगा गया उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड नरेंद्र मोदी

    #NewsBytesExplainer

    #NewsBytesExplainer: RBI क्यों लेकर आया था 2,000 रुपये के नोट और अब क्यों कर रहा बंद? भारतीय रिजर्व बैंक
    #NewsBytesExplainer: महिंद्रा की पहली SUV थी स्कॉर्पियो, पढ़िए इस दमदार गाड़ी की कहानी महिंद्रा एंड महिंद्रा
    #NewsBytesExplainer: अरविंद केजरीवाल ने अध्यादेश मामले में भाजपा को हराने के लिए क्या रणनीति बनाई है? अरविंद केजरीवाल
    #NewsBytesExplainer: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में क्या 5 बड़े वादे किए और इनके पीछे क्या रणनीति? मध्य प्रदेश
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025