#NewsBytesExplainer: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में क्या 5 बड़े वादे किए और इनके पीछे क्या रणनीति?
क्या है खबर?
कांग्रेस कर्नाटक में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गई है।
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की जनता से 5 बड़े वादे भी कर दिए हैं, जिनमें गैस सिलेंडर की कीमतें कम करना और पुरानी पेंशन योजना की बहाली आदि शामिल है।
आइए जानते हैं कि कांग्रेस ने क्या-क्या वादे किए हैं और इनके पीछे क्या रणनीति है।
वादा
500 रुपये में गैस सिलेंडर
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सरकार बनने पर रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत को कम करके 500 रुपये में देने का वादा किया है।
कांग्रेस महंगाई और गैस सिलेंडर की कीमतों को लेकर केंद्र और मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा पर लगातार निशाना साधती रही है।
वह कम कीमत में सिलेंडर का वादा करके राज्य के लोगों को महंगाई से कुछ हद तक निजात दिलवाकर लुभाने की कोशिश कर रही है। अभी सिलेंडर की कीमत लगभग 1,100 रुपये है।
वादा
महिलाओं को प्रति महीने 1,500 रुपये की मदद
कांग्रेस ने राज्य की हर महिला को प्रति महीने 1,500 रुपये की धनराशि देने का भी ऐलान किया है।
पिछले कुछ विधानसभा चुनावों में महिलाओं की निर्णायक भूमिका देखने को मिल रही है, जिसे कांग्रेस भुनाना चाहती है।
कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में भी गृह लक्ष्मी योजना के तहत परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया को हर महीने 2,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया था। इसके कारण उसे महिलाओं के अधिक वोट मिले।
वादा
100 यूनिट बिजली मुफ्त
कांग्रेस ने बिजली बिल में कटौती करने का वादा भी किया है। उसने कहा है कि 100 यूनिट बिजली तक पूरा बिल माफ कर दिया जाएगा, जबकि 200 यूनिट बिजली की खपत करने पर बिल को आधा कर दिया जाएगा।
कांग्रेस ने पिछले मध्य प्रदेश चुनाव में भी 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली देने की घोषणा की थी, जिसका उसे फायदा हुआ था।
ये महंगाई से त्रस्त लोगों को बिजली बिल से राहत देकर उन्हें लुभाने का प्रयास है।
वादा
पुरानी पेंशन योजना
कांग्रेस मध्य प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का वादा कर बड़ा दांव खेल रही है।
कांग्रेस ने मार्च में इसी मुद्दे को लेकर विधानसभा से वॉकआउट कर दिया था। उसने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य के सरकारी कर्मचरियों की मांगों को लगातार दरकिनार कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश चुनाव में कांग्रेस की जीत का सबसे बड़ा कारण पुरानी पेंशन योजना की बहाली का वादा रहा था, इसलिए कांग्रेस इसे यहां भी भुनाना चाहती है।
वादा
किसानों का कर्ज माफ
कांग्रेस ने पिछले चुनाव की तरह इस बार भी किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया है। कांग्रेस के इस वादे ने पिछली बार उसकी जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी।
कांग्रेस सरकार ने दिसंबर, 2018 से मार्च, 2020 के बीच अपने 15 महीने के कार्यकाल के दौरान 27 लाख किसानों का कर्ज माफ करने का दावा भी किया था।
कांग्रेस किसान आंदोलन के सामने झुकी भाजपा सरकार को ध्यान में रखते हुए किसानों का समर्थन हासिल करना चाहेगी।
बगावत
न्यूजबाइट्स प्लस
2018 मध्य प्रदेश चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद कांग्रेस ने अन्य पार्टियों और निर्दलीय विधायकों के सहयोग से कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार का गठन किया था।
ऐसा करते समय पद के प्रमुख दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया की अनदेखी की गई थी।
सिंधिया के मार्च, 2020 में बगावत करने और भाजपा में शामिल होने के बाद 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी। तब से यहां भाजपा की सरकार है।