
दिल्ली: किसानों ने तोड़े पुलिस बैरिकेड्स, जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने में शामिल होने पहुंचे
क्या है खबर?
दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरना-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए किसानों ने सोमवार को दिल्ली पुलिस के लगाए बैरिकेड्स को तोड़ दिया।
बीते दिन धरना स्थल पहुंचकर किसान संगठनों और खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों ने पहलवानों के धरने को समर्थन दिया था, जिसके बाद आज बड़ी संख्या में किसान धरना स्थल पहुंचे हैं।
इससे पहले किसान नेताओं ने मामले में केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
चेतावानी
किसान नेताओं ने केंद्र सरकार को दी थी चेतावनी
रविवार को किसान नेताओं ने जंतर-मंतर पहुंचकर यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग रखी।
उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर 15 दिनों के भीतर बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे।
किसान नेताओं के समर्थन पर धरने पर बैठे पहलवानों ने उनका आभार जताया था। पहलवानों ने कहा कि किसानों के समर्थन से उनका हौंसला और मजबूत हुआ है।
ट्विटर पोस्ट
किसानों के तोड़ पुलिस बैरिकेड्स
#WATCH दिल्ली: जंतर-मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़े।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 8, 2023
पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। pic.twitter.com/mi9kofW2mJ
कैंडल
पहलवानों की अपील पर लोगों ने निकाला कैंडल मार्च
पहलवान बजंरग पूनिया ने देशवासियों को रविवार शाम को महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकालने की अपील की थी। इस अपील पर देश के कई राज्यों में देर शाम कैंडल मार्च निकाला गया।
इस मार्च में बड़ी संख्या में महिलाओं और लड़कियों ने हिस्सा लिया और आरोपी बृजभूषण की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
महिला पहलवान साक्षी मलिक ने ट्विटर पर कैंडल मार्च की कुछ तस्वीरें शेयर कीं।
ट्विटर पोस्ट
पहलवानों के समर्थन में कैंडल मार्च
पूरे भारत से समर्थन। candle march 7thmay at Jantar mantar.#WrestlersProtest pic.twitter.com/WFbv5CU9oW
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) May 7, 2023
मामला
क्या है मामला?
दरअसल, इस साल जनवरी में देश के शीर्ष पहलवान WFI अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए थे। उस वक्त कुछ महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर कई गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने दावा किया कि लखनऊ में शिविर के दौरान कई खिलाड़ियों का शोषण हुआ था। इसके बाद भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठित किया गया था, जिसके बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया था।
धरना
23 अप्रैल से जारी है पहलवानों का धरना
23 अप्रैल से एक बार फिर देश के शीर्ष पहलवान धरने पर बैठे हैं। 21 अप्रैल को बृजभूषण के खिलाफ कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। 7 पहलवानों द्वारा की गई इस शिकायत में एक नाबालिग पहलवान भी शामिल है।
सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ 2 FIR दर्ज की थीं।
पहलवानों ने ऐलान किया है कि जब तक बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया जाता, उनका धरना जारी रहेगा।