कोरोना संकट: 67 प्रतिशत बढ़ी मेडिकल ऑक्सीजन की मांग, 22 राज्यों ने बताई जरूरत
देश में तेजी से बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या के चलते मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में भारी इजाफा देखा गया है। कई राज्यों में मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत महसूस की जा रही है और यह मामला अदालतों तक पहुंच गया है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग 67 फीसदी तक बढ़ चुकी है और लगभग 22 राज्यों ने इसकी मांग केंद्र के सामने रखी है। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
22 राज्यों ने मांगी मेडिकल ऑक्सीजन
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, 24 अप्रैल से पहले के नौ दिनों में ऑक्सीजन की मांग में 67 फीसदी इजाफा देखा गया था। इसके अलावा 15 अप्रैल को जहां 12 राज्य इसकी मांग कर रहे थे, वहीं 24 अप्रैल आते-आते 22 राज्यों ने इसकी जरूरत बताई।
15 अप्रैल को इन राज्यों को आवंटित हुई थी ऑक्सीजन
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, 15 अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, राजस्थान, केरल और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभागों को चिट्ठी लिखकर उनकी तरफ से की गई मांग के बदले 20 अप्रैल को आवंटित होने वाली ऑक्सीजन की जानकारी दी थी। इन राज्यों ने 20 अप्रैल से 4,880 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत बताई थी, जिसे मांग के अनुरूप पूरा कर दिया गया था।
25 अप्रैल तक इतनी बढ़ गई मांग
इसके 10 दिन बाद स्वास्थ्य मंत्रालय के एक संयुक्त सचिव निपुण विनायक ने 24 अप्रैल को एक पत्र में राज्यों की तरफ से 25 अप्रैल को मांगी गई ऑक्सीजन को आवंटित करने की जानकारी दी थी। इसमें पता चलता है कि 25 अप्रैल को 22 राज्यों ने केंद्र से ऑक्सीजन मांगी थी। इसके अलावा ऑक्सीजन की मात्रा भी 15 अप्रैल की जरूरत 4,880 से 67 प्रतिशत बढ़कर 25 अप्रैल को 8,172 मीट्रिक टन हो गई थी।
इस हफ्ते इन राज्यों ने मांगी सबसे ज्यादा ऑक्सीजन
25 अप्रैल से जिन राज्यों में केंद्र से मेडिकल ऑक्सीजन की मांग की थी, उनमें पहले के 12 राज्यों के अलावा तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, दादर नगर हवेली और दमन और दीव का नाम शामिल है। 25 अप्रैल से शुरू हुए हफ्ते में महाराष्ट्र ने सबसे ज्यादा 1,764 मीट्रिक टन प्रतिदिन, गुजरात ने 1,000, कर्नाटक ने 770, उत्तर प्रदेश ने 657 और मध्य प्रदेश ने 640 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन मांगी थी।
मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई हैं मौतें
केंद्र ने चार राज्यों को उनकी मांग से अधिक, चार को मांग से कम और 14 को जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन आवंटित की थी। बता दें कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहे कई राज्यों में मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है और अस्पतालों में बिस्तर, मेडिकल ऑक्सीजन और दवाओं समेत दूसरे स्वास्थ्य इंतजाम कम पड़ने लगे हैं। कई जगहों पर मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों को जान गंवानी पड़ी है।