कोरोना: दिल्ली में हालात चिंताजनक, स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ा तो लगाना पड़ेगा लॉकडाउन- केजरीवाल
कोरोना संक्रमण की चौथी लहर का सामना कर रही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हालात बिगड़ने लगे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि अगर स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ता है तो सरकार के पास लॉकडाउन लगाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं होगा। उन्होंने कहा, "मैं लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हूं लेकिन अस्पतालों में बिस्तरों की कमी और प्रबंधन बिगड़ने पर हमारे पास कोई और विकल्प नहीं होगा।" आइये, जानते हैं कि केजरीवाल ने और क्या-क्या कहा।
पिछले 24 घंटों में सामने आए 10,000 से अधिक मामले
दिल्ली में कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति को चिंताजनक बताते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दैनिक मामले पिछली पीक को पार कर चुके हैं और पिछले 24 घंटों के दौरान यहां 10,732 लोग संक्रमित पाए गए हैं। बता दें कि पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद से दिल्ली में एक दिन में मिले ये सबसे ज्यादा मामले हैं।
तीसरी लहर से खतरनाक है चौथी लहर- केजरीवाल
केजरीवाल ने आधिकारिक तौर पर आंकड़े जारी होने से पहले कहा कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों के दौरान 10,732 लोग संक्रमित पाए गए हैं। एक दिन पहले 7,900 और उससे एक दिन पहले लगभग 8,500 मामले सामने आए थे। इस तरह महामारी की चौथी लहर नवंबर में आई तीसरी लहर से ज्यादा खतरनाक है। इस मौके पर उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार से वैक्सीन लेने के लिए उम्र की बाध्यता हटाने की मांग की है।
केजरीवाल बोले- दिल्ली सरकार घर-घर जाकर वैक्सीन लगाने को तैयार
केजरीवाल ने केंद्र से वैक्सीनेशन अभियान को सभी के लिए खोलने की मांग करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए तैयार है। दिल्ली में 65 प्रतिशत कोरोना संक्रमित 35 साल से कम उम्र के हैं।
पाबंदियों पर क्या बोले केजरीवाल?
केजरीवाल ने बीती रात लागू की गई पाबंदियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन कोई और विकल्प नहीं होने के कारण ये प्रतिबंध लागू किए गए हैं। उन्होंने कहा, "मैं लॉकडाउन को समाधान नहीं मानता हूं। लॉकडाउन केवल संक्रमण की रफ्तार धीमी कर देता है। सरकारों को इसका सहारा तभी लेना चाहिए, जब स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर बोझ बढ़ता है और दिल्ली में अभी ऐसे हालात बने नहीं हैं।"
ठीक हालत वाले संक्रमित होम आइसोलेशन में रहे- केजरीवाल
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लोगों से केवल गंभीर हालात में ही अस्पताल में भर्ती होने की अपील करते हुए अगर किसी की सेहत ठीक है तो उन्हें होम आइसोलेशन में रहना चाहिए। सरकार उनके पास टीम भेजेगी। अगर हर संक्रमित व्यक्ति अस्पताल में भर्ती होने लगा तो स्वास्थ्य व्यवस्था पर बोझ बढ़ जाएगा। उन्होंने अस्पतालों में भर्ती होने से पहले लोगों से दिल्ली सरकार की मोबाइल ऐप पर बिस्तरों की उपलब्धता जांचने की भी अपील की है।
मध्य मार्च के बाद बढ़ने लगे दिल्ली में संक्रमित
दिल्ली में 15 मार्च से संक्रमण बढ़ना शुरू हुआ था। उस दौरान प्रतिदिन 500 मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अब मामलों में तेजी से उछाल आ रहा है। दिल्ली सरकार की तरफ से जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में संक्रमितों की कुल संख्या 7,14,423 पर पहुंच गई है। इनमें से 11,235 की मौत हो चुकी है। कुछ दिनों से यहां अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।
देश में बीते दिन मिले रिकॉर्ड मरीज
अगर पूरे देश में संक्रमण की स्थिति पर नजर डालें तो बीते दिन भारत में कोरोना के 1,52,879 नए मामले सामने आए और 839 मरीजों की मौत हुई है। महामारी की शुरुआत के बाद देश में एक दिन में मिले ये सर्वाधिक मामले हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,33,58,805 हो गई है। इनमें से 1,69,275 लोगों को इस वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 11,08,087 हो गई है।