
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच 8 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच सोमवार को देश में रिकॉर्ड एक लाख से अधिक नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद केंद्र सरकार पूरी तरह से एक्शन में आ गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार गंभीर होते हालातों को देखते हुए आगामी 8 अप्रैल को देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है।
इसमें महामारी पर नियंत्रण के प्रयास और वैक्सीनेशन अभियान के तेजी पर चर्चा की जाएगी।
हालात
भारत में सामने आए रिकॉर्ड नए मामले
भारत में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,03,558 नए मामले सामने आए और 478 मरीजों की मौत हुई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब देश में एक दिन में एक लाख से अधिक नए मामले सामने आए हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,25,89,067 हो गई है। इनमें से 1,65,101 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 7,41,830 हो गई है।
योजना
बढ़ते मामलों पर नियंत्रण के तरीकों पर की जाएगी चर्चा
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार प्रधान मंत्री कार्यालय (PMO) ने सोमवार को बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए होने वाली यह बैठक 8 अप्रैल को शाम 06:30 बजे होगी।
इसमें राज्यों में बढ़ते संक्रमण के मामलों पर चर्चा करते हुए उनकी रोकथाम के उपाय और वैक्सीनेशन अभियान के तेजी लाने पर चर्चा होगी।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले 17 मार्च को भी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी।
बैठक
प्रधानमंत्री ने रविवार को भी ली थी उच्च स्तरीय बैठक
बता दें प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को भी एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी। इसमें कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव प्रमोद कुमार मिश्रा, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य डॉ विनोद पॉल आदि मौजूद थे।
इसमें उन्होंने संक्रमण से निपटने के लिए राज्यों के कड़े और व्यापक कदम उठाने की बात कही थी।
इसके अलावा संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए परीक्षण, पहचान, उपचार, वैक्सीनेशन और नियमों की पालना पर जोर दिया था।
अन्य निर्णय
प्रधानमंत्री ने कही थी प्रभावित राज्यों में केंद्रीय टीमें भेजने की बात
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना को लेकर सतर्कता और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए 6 से 14 अप्रैल तक जगह-जगह स्पेशल कैंपेन चलाने तथा हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने की बात कही थी।
इसके अलावा उन्होंने कोरोना के सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में केंद्रीय टीमें भेजने के निर्देश दिए थे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन बनाने और संपर्क तलाशने पर भी जोर दिया था।
जानकारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंगलवार को लेंगे बैठक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन मंगलवार को सबसे ज्यादा प्रभावित 11 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इनमें से आठ राज्यों की हालत सबसे अधिक खराब हैं। इनमें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और पंजाब शामिल हैं।
मांग
दिल्ली मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से की मांग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर टीकाकरण केंद्र खोलने के लिए नियमों में छूट देने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि यदि जरूरी मंजूरी मिल जाए तो तीन महीने में सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती है।
इसके अलावा उन्होंने बढ़ते मामलों को देखते हुए वैक्सीन देने के लिए उम्र सीमा को भी खत्म करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बाध्यता खत्म होने से वैक्सीनेशन में तेजी आएगी।