कोरोना वायरस: बीड़ में एक ही एंबुलेंस पर ले जाए गए 22 संक्रमितों के शव
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने पूरे चिकित्सा तंत्र को चौपट कर दिया है। प्रतिदिन रिकॉर्ड मामले सामने आने के साथ हजारों लोगों की मौत हो रही है। हालात यह है कि शव ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं मिल रही है। ऐसे में एक ही एंबुलेंस में दर्जनों शव लादे जा रहे हैं। दिल दहलाने वाली ऐसी ही तस्वीर महाराष्ट्र के बीड से आई है। जहां एक छोटी एंबुलेंस में 22 शवों को भर दिया गया।
स्वामी रामतीर्थ सरकारी मेडिकल कॉलेज का है मामला
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार बीड़ के अंबेजोगई में स्वामी रामतीर्थ सरकारी मेडिकल कॉलेज में पिछले सप्ताह कोरोना वायरस के संक्रमण से 22 मरीजों की मौत हो गई थी। ऐसे में रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाना था। इसके लिए मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई थी। रविवार को जब इन शवों को श्मशान या कब्रिस्तान पहुंचाया जाना था तो अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस की कमी के कारण सभी 22 शवों को एक छोटी एंबुलेंस में भर दिया।
अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस की कमी को बताया कारण
मामले में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ शिवाजी सुकरे ने एक ही एंबुलेंस में 22 शवों को रखे जाने के पीछे एंबुलेंस की कमी को कारण बताया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना की पहली लहर में उनके पास पांच एंबुलेंस थी, लेकिन तीन को बाद में वापस ले लिया गया। ऐसे में अब दो ही एंबुलेंस के भरोसा मरीजों को जाने और शवों को पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इससे बहुत अधिक परेशानी हो रही है।
अस्पताल में तेजी से बढ़ रही है शवों की संख्या- सुकरे
डॉ सुकरे ने कहा कि कभी-कभी मृतकों के संबंधियों का पता लगाने में भी काफी समय खप जाता है। लोखंडी सवारगांव के कोरोना अस्पतालों से भी शवों को मेडिकल कॉलेज में भेजा जा रहा है। उन अस्पतालों में पास कोल्ड स्टोरेज नहीं है। ऐसे में अस्पताल में शवों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि बिगड़ती स्थिति को देखते हुए तीन और एंबुलेंस मुहैया कराने के लिये 17 मार्च को जिला प्रशासन को पत्र लिखा था, लेकिन नहीं मिली।
एक एंबुलेंस में 22 शवों को लेकर फूटा लोगों का गुस्सा
एक ही एम्बुलेंस में 22 शवों को लादकर ले जाने की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों का कहना है कि मौत के बाद भी शवों के साथ जानवरों से बुरा बर्ताव किया जा रहा है।
अस्पताल और नगर निकाय के अधिकारी एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप
भाजपा MLC सुरेश ढास ने आरोप लगाया कि अस्पताल और स्थानीय नगर निकाय एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। राज्य में कोई नियंत्रण नहीं है और सरकार पुख्ता कदम नहीं उठा रही है। अंबाजोगाई नगर परिषद के मुख्य अधिकारी अशोक साबले ने कहा कि शवों को मांडवा रोड पर स्थित श्मशान ले जाना मेडिकल कॉलेज की जिम्मेदारी है। इधर, कॉलेज का कहना है कि उन्होंने नगर निकाय को शवों के अंतिम संस्कार के लिए अवगत करा दिया था।
बीड़ जिला कलक्टर ने दिए जांच के आदेश
बीड़ के जिला कलक्टर रविंद्र जगताप ने एंबुलेंस के जरिए 22 शव ले जाने के मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अंबेजोगई के अतिरिक्त जिला कलक्टर इस मामले की जांच करके अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महाराष्ट्र में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
महाराष्ट्र में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या में अपेक्षित गिरावट नहीं हो रही है। राज्य में सोमवार को भी संक्रमण के 48,700 नए मामले सामने आए तथा 524 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 43,43,727 हो गई है। इनमें से 65,284 की मौत हो गई तथा 36,01,796 उपचार के बाद ठीक हो गए। राज्य में वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 6,76,647 है।