
पाकिस्तान के मददगार तुर्की को भारत का संदेश, विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को भी सुनाया
क्या है खबर?
भारत के खिलाफ हमले में तुर्की ने पाकिस्तान की मदद की थी। इस पर अब विदेश मंत्रालय का बयान आया है। मंत्रालय ने कहा कि द्विपक्षीय रिश्ते एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर ही बनते हैं।
मंत्रालय ने उम्मीद जताई कि तुर्की पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को बंद करने और आतंकी ढांचे को खत्म करने की अपील करेगा।
इसके अलावा मंत्रालय ने पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर समेत कई मुद्दों पर जानकारी दी।
POK
कश्मीर पर केवल POK को लेकर होगी बात- मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "जम्मू-कश्मीर पर कोई भी द्विपक्षीय चर्चा केवल पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करने पर ही होगी। सिंधु जल संधि पर तब तक स्थगित रहेगी, जब तक पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता। जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है, 'पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।'"
तुर्की
भारत बोला- तुर्की पाकिस्तान से आतंकवाद बंद करने को कहे
रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि तुर्की पाकिस्तान से यह अपील करेगा कि वह सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद करे और उस आतंकी ढांचे के खिलाफ विश्वसनीय व ठेस कदम उठाए जिसे उसने दशकों से पनाह दे रखी है।"
वहीं, तुर्की की कंपनी सेलेबी एविएशन की सुरक्षा मंजूरी रद्द किए जाने पर जायसवाल ने कहा कि यह फैसला नागरिक उड्डयन सुरक्षा द्वारा लिया गया है।
आतंकवादी
भारत ने कहा- पाकिस्तान आतंकवादी सौंपे तो बातचीत के लिए तैयार
भारत ने पाकिस्तान को उस आतंकवादी सूची की याद दिलाई, जो उसने कुछ समय पहले पाकिस्तान को सौंपी थीं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते और न ही आतंकवाद और व्यापार एक साथ हो सकता है। आतंकवाद के मामले में हम उन कुख्यात आतंकवादियों को भारत को सौंपने पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, जिनकी सूची कुछ साल पहले पाकिस्तान को दी गई थी।"
चीन
चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हुए समझौते पर मंत्रालय ने क्या कहा?
चीन में चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक हुई थी।
इस पर जायसवाल ने कहा, "हमने कुछ रिपोर्ट देखी हैं। बस मुझे यही कहना है।"
वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर की अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री के साथ बातचीत पर उन्होंने कहा, "विदेश मंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए कार्यवाहक विदेश मंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी सहमति जताई।"
मदद
तुर्की ने की थी पाकिस्तान की मदद
भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' से बौखलाए पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था। भारत ने इन सभी को मार गिराया था।
बाद में भारतीय सेना ने बताया था कि पाकिस्तान द्वारा दागे गए ड्रोनों में तुर्की के सोंगर ड्रोन भी शामिल थे।
इसके बाद भारत में तुर्की का बहिष्कार शुरू हो गया है। भारतीय पर्यटकों ने तुर्की की बुकिंग रद्द कर दी और फल और मार्बल व्यापारियों ने भी आयात बंद कर दिया।