
जम्मू-कश्मीर के 2 सरकारी कर्मचारी आतंकियों से संबंध रखने के कारण बर्खास्त
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से संबंध रखने के आरोप में 2 सरकारी कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को संविधान के अनुच्छेद 311 (2) (सी) का हवाला देते हुए यह निर्णय लिया है। कर्मचारियों की पहचान करनाह में तैनात शिक्षक खुर्शीद अहमद राथर और केरन स्थित भेड़पालन विभाग में सहायक पशुपालक सियाद अहमद खान के रूप में हुई है।
जांच
क्या है आरोप?
अधिकारियों ने बताया कि दोनों पिछले साल जनवरी से जेल में बंद हैं। दोनों आतंकियों के लिए काम कर रहे थे। जांच से पता चला है कि दोनों सरकारी कर्मचारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के लिए काम कर रहे थे। उनके ऊपर अपने-अपने विभागों के जरिए आतंकियों की मदद का आरोप लगाया है। जांच से पता चला कि कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों ने उनके खिलाफ आपत्तिजनक साक्ष्य एकत्र किए थे।
कार्रवाई
अब तक 75 से अधिक कर्मचारी बर्खास्त
उपराज्यपाल सिन्हा ने जून में भी 3 कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त किया था। उनके ऊपर भी LeT और हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (HM) के साथ संबंध रखने का आरोप था। आरोप था कि वे आतंकियों को हथियारों की तस्करी और रसद पहुंचाने का काम कर रहे थे। अप्रैल में भी कर्मचारी बर्खास्त हुए हैं। उपराज्यपाल ने 2020 से अब तक 75 से अधिक कर्मचारियों को आतंकियों से संबंध रखने के आरोप में बर्खास्त किया है।