न्यूजीलैंड ने कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सिन' को मान्यता दी, भारतीय नागरिकों को मिलेगी राहत
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान में काम ली जा रही कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सिन को बुधवार को न्यूजीलैंड ने मान्यता दे दी है।
इससे भारतीय नागरिकों की न्यूजीलैंड की बिना रोक-टोक यात्रा करने का रास्ता साफ हो गया है।
न्यूजीलैंड में भारत के उच्चायुक्त मुक्तेश परदेशी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा है कि भारत की दोनों वैक्सीनों पर न्यूजीलैंड सरकार का यह निर्णय बेहद सकारात्मक है।
ट्वीट
उच्चायुक्त परदेशी ने ट्वीट कर दी जानकारी
इस संबंध में भारत के उच्चायुक्त परदेशी ने ट्वीट कर न्यूजीलैंड के इस अहम फैसले की जानकारी दी है।
उन्होंने लिखा, 'न्यूजीलैंड सरकार ने एक सकारात्मक निर्णय में अपनी 8 मान्यता प्राप्त वैक्सीनों की सूची में कोविशील्ड और कोवैक्सिन को भी शामिल कर लिया है। अब हम यात्रा प्रतिबंध हटाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। भारत पहले से ही वैक्सीन लगवा चुके पर्यटकों के लिए खुला हुआ है।'
बता दें यह निर्णय भारतीय नागरिकों को बड़ी राहत देगा।
परिणाम
न्यूजीलैंड के दोनों वैक्सीनों को मान्यता देने के क्या है मायने?
बता दें कि न्यूजीलैंड की ओर से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कावैक्सिन को मान्यता देकर वहां की यात्रा करने के इच्छुक लोगों को बड़ी राहत दी है।
न्यूजीलैंड के इस फैसले का मतलब यह होगा कि अब दोनों वैक्सिनों में से किसी भी एक वैक्सीन की दोनों खुराक लगवा चुके भारतीयों को वहां पहुंचने पर क्वारंटाइन नहीं रहना पड़ेगा। ऐसे में भारतीय नागरिक वहां बिना रोक-टोक यात्रा कर सकेंगे।
राहत
96 देशों ने दी भारतीय वैक्सीनों को मान्यता
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा था कि अब तक 96 देशों ने भारतीय वैक्सीनों को मान्यता दी है या फिर भारत के वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र को वहां की यात्रा के लिए मान्य किया है। ऐसे में अब इस सूची में न्यूजीलैंड का भी नाम जुड़ गया है।
बता दें कि भारत ने 15 नवंबर से वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके विदेशी यात्रियों के लिए अपनी सीमाएं खोल दी है। भारत आगमन पर उनका कोरोना टेस्ट नहीं होगा।
जानकारी
'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सिन' को मिल चुकी है WHO की मंजूरी
बता दें कि 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सिन' को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की भी मंजूरी मिल चुकी है। कोविशील्ड को 1 जनवरी को मंजूरी मिली थी, जबकि कोवैक्सिन को WHO ने गत 3 नवंबर को मंजूरी दी थी। यह भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन है।
ऑस्टेलिया
ऑस्ट्रेलिया सरकार भी दे चुकी है दोनों वैक्सीनों को मंजूरी
इससे पहले 1 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया सरकार ने सबसे पहले कोविशील्ड को मंजूरी देकर उसकी दोनों खुराक ले चुके लोगों के लिए अपने दरवाजे खोले थे। इसके ठीक एक महीने बाद उसने कोवैक्सिन को भी मंजूरी दे दी थी।
उस दौरान ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सुगम बनाने के लिए कोविशील्ड और कोवैक्सिन को मान्यता दी गई है। इससे भारतीय नागरिकों को बड़ी राहत मिली थी।