राम मंदिर की सुरक्षा में लगेंगे इजरायल के एंटी ड्रोन सिस्टम, जानें खासियत
उत्तर प्रदेश में कुछ महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा के लिए जल्द ही इजरायल निर्मित एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाए जा सकते हैं। इसमें अयोध्या का राम मंदिर भी शामिल है। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश पुलिस सूत्रों के हवाले से न्यूज18 ने दी है। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने खरीद प्रक्रिया पूरी कर ली है और उम्मीद है कि यह सिस्टम जल्द ही पुलिसबल द्वारा इस्तेमाल की जा रही नई तकनीकों का हिस्सा बन जाएगा।
कैसे किया गया इस सिस्टम का चयन?
रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल में निर्मित इन एंटी-ड्रोन सिस्टम का चयन परीक्षणों के बाद किया गया है। यह सिस्टम न केवल 3-5 किलोमीटर के दायरे में किसी भी ड्रोन का पता लगा सकता है बल्कि दुश्मन के किसी भी ड्रोन को निष्क्रिय करने की क्षमता रखता है। हालिया दिनों में इस तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है। बता दें कि यह पहली बार है कि उत्तर प्रदेश पुलिस इस तरह की एंटी-ड्रोन तकनीक खरीद रही है।
कितने एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदे जा रहे और कहां-कहां लगाए जाएंगे?
पुलिस करीब 10 एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदने जा रही है। अधिकारी ने कहा, "यह लखनऊ, वाराणसी और मथुरा जैसे शहरों में संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर और आवश्यकता के आधार पर लगाए जाएंगे। प्रक्रिया पूरी हो गई है और हमें उम्मीद है कि उपकरण जल्द ही सौंप दिए जाएंगे।" वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि इस तरह की तकनीक न केवल पुलिस की निगरानी मजबूत होगी, बल्कि नए जमाने के खतरों से लड़ने में भी मदद मिलेगी।
दुश्मनों के ड्रोन को खत्म करना होगा आसान- अधिकारी
इसकी जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, "इस सिस्टम के जरिए पुलिसबल विभिन्न परिस्थियों में उचित निर्णय ले सकेंगे। सॉफ्ट स्किल के तहत पुलिस लेजर तकनीक का इस्तेमाल कर दुश्मन के ड्रोन को हैक कर उसे सुरक्षित तरीके से लैंड कराकर नष्ट कर सकती है। इसके साथ ही स्नाइपर्स भी तैनात किए जाएंगे, जिन्हें ऐसे ड्रोनों को मार गिराने का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो लेजर या अन्य तकनीकों के उपयोग से संभव नहीं है।"
पहले मांगकर इस्तेमाल किये गए थे एंटी-ड्रोन सिस्टम
हाल ही में अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान और अन्य अवसरों पर इस तरह के एंटी-ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने इन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG), विशेष सुरक्षा समूह (SPG) और अन्य सुरक्षाबलों से उधार लिया था।
क्या होता है एंटी-ड्रोन सिस्टम?
एंटी-ड्रोन सिस्टम एक तकनीक है, जिसका इस्तेमाल मानवरहित हवाई उपकरणों को रोकने के लिए किया जाता है। यह रेडियो प्रीक्वेंसी के जरिए दुश्मन ड्रोन की पहचान करती है और संदिग्ध गतिविधि की जानकारी सुरक्षाकर्मियों तक पहुंचाती है। इस तरह दुश्मनों की नापाक हरकतों की जानकारी मिलने पर सुरक्षा अधिकारी सतर्क होकर कार्रवाई करते हैं। पिछले साल दिल्ली में हुए G-20 सम्मेलन की सुरक्षा के लिए भी एंटी-ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था