उत्तर प्रदेश: प्रधानाचार्य पर यौन उत्पीड़न का आरोप, छात्राओं ने खून से लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मंगलवार को पुलिस ने एक स्कूल के प्रधानाचार्य को छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया। प्रधानाचार्य डॉ राजीव पांडे पर आरोप है कि वो छात्राओं को अलग-अलग बहाने से अपने कार्यालय में बुलाकर छेड़खानी करते थे। पुलिस के अनुसार, 12 और 15 साल की 2 छात्राओं ने आरोपी प्रधानाचार्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखा है।
क्या है मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला वेब सिटी थाना के शाहपुर बम्हैटा गांव स्थित किसान आदर्श हायर सेकेंडरी स्कूल का है। 21 अगस्त को 2 छात्राओं ने प्रधानाचार्य पांडे पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था। दूसरी ओर प्रधानाचार्य पांडे ने भी इन छात्राओं के परिजनों के खिलाफ क्रॉस FIR दर्ज करवा दी और उन पर स्कूल में घुसकर मारपीट का आरोप लगाया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया।
छात्राओं ने खून से लिखे पत्र में क्या कहा?
छात्राओं ने मुख्यमंत्री को खून से लिखे पत्र में कहा है, "बाबाजी, हमारे स्कूल के प्रधानाचार्य राजीव पांडे रोज किसी न किसी लड़की को अपने कार्यालय में बुलाकर हमारे साथ गलत हरकत करते थे और धमकाते थे कि यदि यह बात किसी को बताई हो हमें बर्बाद कर देंगे।" उन्होंने आगे लिखा, "हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमें और हमारे माता-पिता को आपसे मिलने और न्याय की मांग करने की अनुमति दें। हम सभी आपकी बेटियां हैं।"
छात्राओं ने कहा- प्रधानाचार्य ने उनके साथ की गाली-गलौज
पीड़ित छात्राओं ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में दावा किया कि जब उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को प्रधानाचार्य की हरकतों के बारे में बताया तो उनके परिजन स्कूल पहुंच गए और प्रधानाचार्य से भिड़ गए। आरोप है कि माता-पिता और आरोपी प्रधानाचार्य के बीच खूब बहस हुई, जिसके बाद प्रधानाचार्य ने छात्राओं और उनके परिवारजनों के साथ गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। गाली-गलौज के बाद परिजनों ने प्रधानाचार्य की पिटाई कर दी, जिससे वह घायल हो गया।
छात्राओं ने पुलिस पर भी लगाए गंभीर आरोप
छात्राओं और उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें धमकाया और कई घंटों तक हिरासत में रखा। उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है, "हमें 4 घंटे तक पुलिस स्टेशन में बैठने के लिए मजबूर किया गया, जबकि स्कूल के अधिकारियों ने हमें अब कक्षाओं में नहीं आने का आदेश दिया है।" उन्होंने कहा, "प्रधानाचार्य के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का सदस्य होने के कारण पुलिस ने उनके खिलाफ समय पर कोई कार्रवाई नहीं की।"
मामले पर पुलिस ने क्या कहा?
मामले में गाजियाबाद की वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सलोनी अग्रवाल ने कहा कि छात्राओं की शिकायत पर तुरंत प्रधानाचार्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था। उन पर छात्राओं से छेड़खानी का आरोप है। उन्होंने कहा, "प्रधानाचार्य की ओर से भी छात्राओं के परिजनों के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज करवाई गई है। मंगलवार सुबह इस केस में आरोपी प्रधानाचार्य की गिरफ्तारी कर ली गई। उन्हें आज ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।"
न्यूजबाइट्स प्लस
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, साल 2021 के दौरान देशभर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 4,28,278 मामले दर्ज किए गए, जो 2020 की तुलना में 15.3 प्रतिशत ज्यादा थे। आंकड़ों के अनुसार, 2021 में उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 56,083 मामले सामने आए , जो अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा हैं। हालांकि, रेप जैसे जघन्य अपराध के मामले में राजस्थान पहले, मध्य प्रदेश दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे नंबर पर रहा।