
अमेरिका से तेल आयात बढ़ा सकता है भारत, चीन से फायदा उठाने की ये है रणनीति
क्या है खबर?
अमेरिका ने नई टैरिफ दरों को लागू करने के लिए 90 दिनों की ढील दी है। खबर है कि भारत इससे पहले ही अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर सहमति बनाना चाहता है।
फिलहाल दोनों देशों के बीच समझौते को लेकर वर्चुअल बातचीत हो रही है, लेकिन इसमें तेजी लाने के लिए बैठकों पर भी विचार किया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि मई में दोनों के बीच आमने-सामने की वार्ता भी हो सकती है।
तेल
अमेरिका से तेल आयात बढ़ा सकता है भारत
न्यूज18 ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत समझौते के तहत अमेरिका से कच्चे तेल का आयात बढ़ाने पर सहमति जता सकता है।
दरअसल, अमेरिका को रूस से तेल आयात किए जाने से परेशानी है। इसी वजह से भारत रूस की बजाय अमेरिका से तेल खरीदने पर जोर दे सकता है।
हालांकि, भारत ने समझौते में नरम रवैया जरूर अपनाया है, लेकिन वो वैश्विक बाजारों खासकर अमेरिका से ज्यादा से ज्यादा फायदा लेना चाहता है।
अन्य मुद्दे
ऑटो पार्ट्स और कृषि उत्पादों पर भारत ने मांगी रियायत- रिपोर्ट
चर्चा के दौरान भारत ने ऑटो पार्ट्स पर रियायतें मांगी हैं और घरेलू स्तर पर एप्पल मोबाइल उत्पादों के उत्पादन को बढ़ाने की मंशा जाहिर की है।
भारत ने प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के फिलहाल चीन में बनने वाले उत्पादों के निर्माण की इच्छा का भी संकेत दिया है।
भारत ने कुछ वस्तुओं पर टैरिफ कम करने पर सहमति जताई है तो दूसरी ओर प्रमुख कृषि उत्पादों पर टैरिफ कम नहीं करने की बात कही है।
वार्ता
चर्चा के लिए अगले महीने अमेरिका जाएगा भारतीय प्रतिनिधिमंडल
वाणिज्य सचिव सुनील बड़थ्वाल ने कहा कि इस समझौते का पहला चरण इस साल सितंबर-अक्टूबर तक लागू करने का लक्ष्य तय किया गया है।
वाणिज्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत वर्चुअल मोड में इसी हफ्ते शुरू होगी। अगले महीने भारतीय वार्ताकार अमेरिका जाएंगे। समझौते के पहले चरण के लिए मोटी रूपरेखा बन चुकी है। उम्मीद है कि 9 जुलाई से पहले एक अंतरिम समझौता हो जाएगा।'
चीन
चीन से फायदा उठाने के लिए ये है भारत की रणनीति
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अमेरिकी ब्रांड्स के लिए उन उत्पादों को बनाने को तैयार है, जो अभी चीन में बनते हैं। इससे भारत बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन सकता है।
हालांकि, भारत को आशंका है कि बढ़े हुए टैरिफ के चलते चीन और वियतनाम अपने उत्पादों को भारत में डंप कर सकते हैं। इसलिए सरकार ने आयात पर नजर रखने के लिए एक समिति बनाई है।
भारत ने स्पष्ट किया है कि वो अपनी जरूरतों और हितों को प्राथमिकता देगा।
छूट
स्मार्टफोन और कंप्यूटर पर छूट मिलने से भी भारत को फायदा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्मार्टफोन, कंप्यूटर, चिप समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को टैरिफ से छूट देने का ऐलान किया है।
मनीकंट्रोल ने इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) के हवाले बताया कि इससे भारत को अमेरिकी बाजार में चीन निर्मित उत्पादों की तुलना में 20 प्रतिशत की कीमत बढ़त मिल सकती है।
वहीं, इयरफोन जैसे ऑडियो उत्पाद, जिन पर टैरिप लगेगा, अगर वे चीन से आयात किए जाते हैं तो उन्हें 125 से अधिक टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।