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रूस से 10 कामोव-31 हेलिकॉप्टर खरीदेगा भारत, 3,600 करोड़ के सौदे को मंजूरी

रूस से 10 कामोव-31 हेलिकॉप्टर खरीदेगा भारत, 3,600 करोड़ के सौदे को मंजूरी

May 04, 2019
01:28 pm

क्या है खबर?

रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को भारतीय नौसेना के 10 कामोव-31 हेलिकॉप्टर खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह सौदा लगभग 3,600 करोड़ रुपये का है। ये हेलिकॉप्टर भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्टर कैरियर और युद्धक जहाजों की हवाई खतरों से सुरक्षा करने के लिए खरीदे जा रहे हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने एयरक्राफ्टर कैरियर ऑपरेशन और आगामी युद्धक जहाजों के लिए हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए 3,600 करोड़ के इस सौदे को मंजूरी दी है।

ताकत

नौसेना के पास पहले से हैं 12 कामोव-31 हेलिकॉप्टर

रक्षा मंत्रालय द्वारा यह फैसला रक्षा मंत्री के नेतृत्व वाली डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल में लिया गया। नौसेना के पास पहले से 12 कामोव-31 हेलिकॉप्टर का फ्लीट है जो INS विक्रमादित्य जैसे एयरक्राफ्टर कैरियर की खुले समुद्र में हवाई खतरों से सुरक्षा में तैनात है। पनडुब्बी के खतरों से निपटने के लिए नौसेना के पास रूसी कामोव-28 और सीकिंग हेलिकॉप्टर है। इन्हें 1980 में नौसेना में शामिल किया गया था, जिसे अब अपग्रेड करने की जरूरत है।

खासियत

कामोव-31 हेलिकॉप्टर में क्या है खास?

इस हेलिकॉप्टर में एयरबोर्न इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर राडार लगा है जो हर 10 सेकंड में 360 डिग्री क्षेत्र को स्कैन करता है। यह एक साथ 40 एयरबोर्न और समुद्र की सतह पर मौजूद खतरों का पता लगा सकता है। यह 100-200 किलोमीटर के रेंज में लड़ाकू विमान और 200 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद युद्धक जहाज का पता लगा सकता है। इसकी अधिकतम स्पीड 250kmph है और एक बार ईंधन भरने के बाद यह 2.5 घंटे तक उड़ सकता है।

रक्षा सौदा

रूस से लीज पर परमाणु पनडुब्बी लेगा भारत

मार्च में भारत और रूस के बीच परमाणु पनडुब्बी को लेकर समझौता हुआ था। भारत, रूस से अकुला-2 परमाणु पनडुब्बी को 10 साल के लिए लीज पर लेगा। इसे लेकर तीन अरब डॉलर का समझौता हुआ है। भारतीय नौसेना के पास अभी रूस से ली गई अकुला-2 लड़ाकू पनडुब्बी है, जिसे चक्र-2 के नाम से जाना जाता है। यह 2012 में 10 साल के लिए लीज पर ली गई थी। नई पनडुब्बी अगले 5-6 सालों में नौसेना को मिल जाएगी।

समझौता

रूस से तीसरी पनडुब्बी लेगा भारत

रूस की यह तीसरी पनडुब्बी होगी, जो भारत लीज पर लेगा। सबसे पहले 1988 में परमाणु पनडुब्बी INS चक्र तीन साल की लीज पर ली गई थी। इसके बाद INS चक्र-2 को 2012 में 10 सालों के लिए लीज पर लिया गया था। अब यह तीसरी पनडुब्बी होगी। INS चक्र-2 की लीज 2022 में समाप्त होने वाली है। भारत इस लीज को बढ़ाने के बारे में विचार कर रहा है।

जानकारी

भारत के पास 13 पनडुब्बी

भारतीय नौसेना के पास अभी 15 पनडुब्बियां हैं। इनमें से एक स्कोर्पियन क्लास की INS कलवारी और INS अरिहंत भी शामिल हैं। अरिहंत क्लास की अरिघाट पनडुब्बी को 2017 में लॉन्च किया गया था। यह 2021 तक नौसेना के बेड़े में शामिल हो जाएगी।

नौसेना की ताकत

पड़ोसी देशों के मुकाबले कहां ठहरता है भारत?

भारतीय नौसेना के मुकाबले चीन कहीं शक्तिशाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के पास 60 से ज्यादा डीजल-इलेक्ट्रिक और 10 परमाणु संचालित पनडुब्बियां हैं। हालांकि, भारत भी लगातार अपने बेड़े में और पनडुब्बियां शामिल करने की कोशिश में लगा है। नौसेना को मजबूती देने के लिए 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत छह एडवांस्ड पनडुब्ब्बी बनाई जाएगी। पाकिस्तान के पास अभी पांच पनडुब्बियां हैं।