रक्षा मंत्री पर टिप्पणी कर मुश्किलों में फंसे राहुल गांधी, महिला आयोग ने भेजा नोटिस
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर बयान देकर मुश्किलों में घिर गए हैं। राहुल ने राफेल मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री एक महिला (रक्षा मंत्री) के पीछे छिप रहे हैंं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस बयान पर स्वतः संज्ञान लेेते हुए राहुल को नोटिस जारी किया है। राहुल के इस बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के बड़े नेताओं ने भी पलटवार किया था। आइये जानते हैं पूरा मामला।
क्या है राहुल गांधी का पूरा बयान
बुधवार को जयपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में बचाव के लिए एक महिला का सहारा लिया क्योंकि वे खुद का बचाव नहीं कर सकते थे। राहुल ने कहा, "प्रधानमंत्री जनता की अदालत से भाग गए और कहा कि सीतारमण जी मुझे बचाओ, मैं खुद को भी नहीं बचा सकता, आप हमें बचाओ। लेकिन वे भी अपने ढाई घंटों के भाषण में उन्हें नहीं बचा सकीं।"
महिला आयोग ने लिया स्वतः संज्ञान
राहुल के इस बयान की राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि राहुल गांधी का यह बयान महिला विरोधी है। राहुल इतने बड़े लोकतांत्रिक देश की रक्षा मंत्री को कमजोर कह रहे हैं। क्या वे सोचते हैं कि एक महिला कमजोर है? इसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने ट्विटर पर जानकारी दी कि आयोग इस मामले में राहुल गांधी को नोटिस जारी करेगा।
राष्ट्रीय महिला आयोग की कार्रवाई
प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के बड़े नेताओं का पलटवार
राहुल के इस बयान पर प्रधानमंत्री मोदी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है देश की बेटी पहली बार देश की रक्षा मंत्री बनी हैं। उन्होंने कहा संसद में रक्षा मंत्री के तथ्यों से बौखलाए कुछ लोग नारी का अपमान करने पर तुले हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि राहुल का यह बयान निचले स्तर का राजनीतिक बयान है। वहीं अमित शाह ने लिखा कि उन्हें महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
राहुल ने कहा- मेरे सवालों का जवाब दीजिए
प्रधानमंत्री मोदी के पलटवार का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि बातों को घुमाइये मत और मेरे सवालों का जवाब दीजिए। उन्होंने लिखा, 'हमारी संस्कृति में महिलाओं की इज्जत करना घर से शुरू होता है। मर्द बनिए और मेरे सवालों का जवाब दीजिए। क्या वायुसेना और रक्षा मंत्रालय ने उस समय आपत्ति नहीं जताई थी जब आपने वास्तविक राफेल सौदे को बदला था? हां या ना?'