Page Loader
चीन ने कहा- चाहे कुछ भी हो जाए, हर परिस्थिति में पाकिस्तान का समर्थन करते रहेंगे

चीन ने कहा- चाहे कुछ भी हो जाए, हर परिस्थिति में पाकिस्तान का समर्थन करते रहेंगे

Mar 20, 2019
02:52 pm

क्या है खबर?

चीन ने एक बार फिर से पाकिस्तान की हिमाकत करते हुए कहा है कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह हर परिस्थिति में पाकिस्तान का साथ देगा। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच हुई बैठक के बाद चीन के विदेश मंत्री ने यह बात कही। चीन को पाकिस्तान का गहरा दोस्त माना जाता है और हाल ही में अमेरिका के पाकिस्तान पर सख्त रुख अपनाने के बाद वह पाकिस्तान का एकमात्र शक्तिशाली साथी है।

वांग यी

चीन के विदेश मंत्री ने दिया बयान

विदेश मंत्री के स्तर पर पहली बार हुई चीन-पाकिस्तान की सामरिक बातचीत के बाद बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, "चाहें दुनिया और क्षेत्र में चीजें कैसे भी बदलें, चीन पाकिस्तान को उसकी संप्रभु स्वतंत्रता, अखंडता और गरिमा को बनाए रखने के लिए समर्थन देता रहेगा।" वांग पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी के साथ थे, जिन्होंने मुश्किल समय में चीन के समर्थन के लिए उसका धन्यवाद कहा।

पाकिस्तान

पाकिस्तान ने फिर अलापा कश्मीर राग

कुरैशी ने बताया कि दोनों देशों ने पुलवामा हमले को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, "मैंने चीनी विदेश मंत्री को भारत के हिस्से वाली कश्मीर में बिगड़ती स्थिति, मानवधिकार उल्लंघन के बढ़ते मामलों, खासकर पुलवामा हमले के बाद, के बारे में बताया।" उन्होंने कहा, "यह चिंतनीय है क्योंकि इसके जवाब में प्रतिक्रियाएं होती हैं और इन प्रतिक्रियाओं के कारण क्षेत्र में तनाव बढ़ जाता है। भारत कश्मीर में क्या कर रहा है, इसके दोबारा मूल्यांकन की जरूरत है।"

कारण

क्यों पाकिस्तान का समर्थन करता है चीन?

चीन भारत के खिलाफ लगातार पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है और उसे अंतरराष्ट्रीय संरक्षण भी प्रदान करता है। इसका एक अहम कारण पाकिस्तान से होकर जा रहा उसका बेहद महत्वाकांक्षी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) है। CPEC के लिए पाकिस्तान की स्थिरता और वहां शांति बने रहना बेहद जरूरी है और यही कारण है कि चीन हर परिस्थिति में उसका समर्थन करता है। भारत पहले ही CPEC पर विरोध जता चुका है क्योंकि यह POK से होकर गुजरता है।

मसूद अजहर

मसूद अजहर पर प्रतिबंध के प्रस्ताव को चीन ने किया था वीटो

इसका एक नमूना पिछले हफ्ते ही देखने को मिला था, जब चीन ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पेश प्रस्ताव को वीटो कर दिया था। यह इससे पहले भी 3 बार अजहर पर प्रतिबंध के प्रस्ताव को वीटो कर चुका है। बता दें कि जैश ने ही पुलवामा हमला किया था और वह इससे पहले भी भारत में कई बड़े आतंकी हमले कर चुका है।