सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना के लिए विजय माल्या को सुनाई चार महीने जेल की सजा
सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना के एक मामले में भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को चार महीने जेल की सजा सुनाई है। इसके अलावा उन पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कोर्ट ने आदेश सुनाते हुए कहा कि माल्या को पर्याप्त सजा देना जरूरी है क्योंकि उन्होंने अपने किए पर कोई पछतावा नहीं दिखाया है। कोर्ट ने कहा, "न्याय के राज को बनाए रखने के लिए हमारे लिए पर्याप्त सजा देना जरूरी है।"
क्या है पूरा मामला?
बैंक घोटाले के आरोपी विजय माल्या ने कर्नाटक हाई कोर्ट के एक आदेश का उल्लंघन करते हुए अपने बच्चों को चार करोड़ डॉलर ट्रांसफर किए थे। इसके अलावा उसने अपनी संपत्ति उजागर करने के कोर्ट के आदेश का भी उल्लंघन किया था। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व वाले बैंक समूह ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी जिस पर सुनवाई करते कोर्ट ने 2017 में उन्हें अवमानना का दोषी पाया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कई बार दिया माल्या को अपना पक्ष रखने का मौका
माल्या ने 2020 में इस आदेश के खिलाफ समीक्षा याचिका दाखिल की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे भी खारिज कर दिया था। कोर्ट ने माल्या को सजा पर अपना पक्ष रखने के लिए कई बार मौका दिया था और व्यक्तिगत तौर पर या किसी वकील के जरिए पेश होने को कहा था। पिछले साल 30 नवंबर को उसे इस संबंध में विशेष निर्देश जारी किए गए थे, हालांकि वो फिर भी पेश नहीं हुआ।
माल्या के बच्चों को 8 प्रथिशत ब्याज के साथ पैसा लौटाने का निर्देश
आज सुनाए गए अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट की माल्या द्वारा अपने बच्चों को ट्रांसफर किए गए चार करोड़ डॉलर के लेनदेन को भी अमान्य करार दे दिया। कोर्ट ने बच्चों से चार हफ्ते के अंदर आठ प्रतिशत ब्याज के साथ यह पैसा वापस लौटाने को कहा है। ऐसा न होने पर रिकवरी ऑफिसर को माल्या की संपत्ति जब्त करने का अनुमति दी गई है और सरकार को इसमें उसकी मदद करनी होगी।
भारत से 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला करके भागा है माल्या
बता दें कि माल्या भारत में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का बैंक घोटाला करके भागा है और इस समय यूनाइटेड किंगडम (UK) में रह रहा है। उसने अपनी किंगफिशर एयरलाइन के लिए कई भारतीय बैंकों से 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। एयरलाइन के डूबने के बाद माल्या ये कर्ज नहीं लौटा पाया और देश छोड़कर भाग गया। सरकार ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। फिलहाल माल्या के प्रत्यर्पण का मामला रुका हुआ है।