कोरोना वायरस: चीन में एक दिन में सामने आए आज तक के सबसे ज्यादा संक्रमित
चीन में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सोमवार को देश में 16,412 नए मामले सामने आए जो दिसंबर, 2019 में महामारी शुरू होने के बाद एक दिन में मिले सबसे अधिक मामले हैं। चीन के 27 से अधिक प्रांत संक्रमण की इस नई लहर से जूझ रहे हैं। देश में ओमिक्रॉन का एक नया सब-वेरिएंट भी मिला है। ये ओमिक्रॉन की BA.1.1 ब्रांच से पैदा हुआ है।
शंघाई में सबसे अधिक मामले, लॉकडाउन लागू
चीन के सबसे अधिक आबादी वाले शहर शंघाई में स्थिति सबसे अधिक खराब है और सोमवार को यहां 13,354 नए मामले सामने आए जो देश के कुल मामलों के 81 प्रतिशत से अधिक हैं। उप प्रधानमंत्री सुन चुनलान खुद रविवार को शहर पहुंची और अधिकारियों को जल्द से जल्द से संक्रमण पर काबू पाने का निर्देश दिया। संक्रमण को रोकने के लिए शंघाई में लॉकडाउन लगाया गया है और शहर के 2.5 करोड़ निवासियों की टेस्टिंग की जा रही है।
संक्रमण को काबू में करने के लिए शंघाई में सेना को उतारा गया
स्थिति को काबू में करने के लिए चीन ने शंघाई में सेना को भी उतार दिया है और सेना, नौसेना और संयुक्त रसद सहायता बलों के 2,000 से अधिक मेडिकल कर्मचारियों को शहर में तैनात किया गया है। इसके अलावा अन्य कुछ शहरों से भी लगभग 8,000 स्वास्थ्यकर्मियों को शंघाई भेजा गया है। ये वुहान के बाद संक्रमण को काबू में करने के लिए चीन का सबसे बड़ा अभियान है। वुहान से ही महामारी की शुरूआत हुई थी।
ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण देखा जा रहा मामलों में उछाल
चीन में दैनिक मामलों में ये वृद्धि बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन वेरिएंट और उसके सब-वेरिएंट्स के कारण हो रही है। देश के लगभग सभी राज्यों में ये वेरिएंट पहुंच चुका है। नए मामलों को पकड़ने के लिए देश में पूरे के पूरे शहरों की कई बार टेस्टिंग की जा रही है। जिलिन के सभी निवासियों की तो पांच बार टेस्टिंग हो चुकी है। अन्य शहरों में भी बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की गई है।
अधिकांश मामले बिना लक्षण वाले
चीन में जो नए मामले सामने आए रहे हैं, उनमें ज्यादातर मामले बिना लक्षण वाले हैं और इसी कारण उसे महामारी को काबू करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को सामने आए 16,412 मामलों में से भी ज्यादातर मामले बिना लक्षण वाले रहे, वहीं शंघाई में 13,354 में से 13,086 मामले बिना लक्षण वाले रहे। बिना लक्षण वाले इन मामलों को पकड़ना मुश्किल होता है, इसलिए संक्रमण आसानी से काबू में नहीं आता।
जीरो कोविड नीति को कड़ी चुनौती दे रहा ओमिक्रॉन
अपनी 'जीरो कोविड' नीति के जरिए अब तक संक्रमण को काबू में रखने में कामयाब रहे चीन की इस नीति को ओमिक्रॉन वेरिएंट ने कड़ी चुनौती दी है। इस नीति के तहत लंबे क्वारंटीन, लॉकडाउन और सीमाएं बंद रख संक्रमण की गति पर नियंत्रण रखा गया, लेकिन ओमिक्रॉन के खिलाफ ये पाबंदियां बेअसर साबित होती हुई दिख रही हैं। कई अधिकारियों को कहना है कि चीन को बाकी देशों की तरह वायरस के साथ रहना सीखना होगा।