चीन में मिला ओमिक्रॉन का नया सब-वेरिएंट, शंघाई में स्थिति संभालने के लिए उतारी गई सेना
क्या है खबर?
चीन में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि जारी है और रविवार को फिर से देश में 13,000 से अधिक नए मामले सामने आए।
देश में ओमिक्रॉन का एक नया सब-वेरिएंट भी मिला है। शंघाई से 70 किलोमीटर दूर स्थित एक शहर में पाया गया यह सब-वेरिएंट ओमिक्रॉन की BA.1.1 ब्रांच से पैदा हुआ है। यह अन्य किसी वेरिएंट से नहीं मिलता।
डालियान शहर में भी एक ऐसा मामला सामने आया है जो किसी भी घरेलू वेरिएंट से नहीं मिलता।
शंघाई
शंघाई में सबसे अधिक मामले, लॉकडाउन लागू
चीन के सबसे अधिक आबादी वाले शहर शंघाई में स्थिति सबसे अधिक खराब है और शनिवार को यहां लगभग 9,000 नए मामले सामने आए जो देश के कुल मामलों के लगभग 70 प्रतिशत रहे।
उप प्रधानमंत्री सुन चुनलान खुद रविवार को शहर पहुंची और अधिकारियों को जल्द से जल्द से संक्रमण पर काबू पाने का निर्देश दिया।
संक्रमण को रोकने के लिए शंघाई में लॉकडाउन लगाया गया है और शहर के 2.5 करोड़ निवासियों की टेस्टिंग की जा रही है।
नीति
संक्रमण को काबू में करने के लिए शंघाई में सेना को उतारा गया
स्थिति को काबू में करने के लिए चीन ने शंघाई में सेना को भी उतार दिया है और सेना, नौसेना और संयुक्त रसद सहायता बलों के 2,000 से अधिक मेडिकल कर्मचारियों को शहर में तैनात किया गया है।
इसके अलावा अन्य कुछ शहरों से भी लगभग 10,000 स्वास्थ्यकर्मियों को शंघाई भेजा गया है। ये वुहान के बाद संक्रमण को काबू में करने के लिए चीन का सबसे बड़ा अभियान है। वुहान से ही महामारी की शुरूआत हुई थी।
कारण
ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण देखा जा रहा मामलों में उछाल
चीन में दैनिक मामलों में ये वृद्धि बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन वेरिएंट और उसके सब-वेरिएंट्स के कारण हो रही है।
देश के लगभग सभी राज्यों में ये वेरिएंट पहुंच चुका है। नए मामलों को पकड़ने के लिए देश में पूरे के पूरे शहरों की कई बार टेस्टिंग की जा रही है। जिलिन के सभी निवासियों की तो पांच बार टेस्टिंग हो चुकी है। अन्य शहरों में भी बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की गई है।
मुश्किलें
बिना लक्षण वाले मामलों के कारण महामारी पर काबू पाना हो रहा मुश्किल
चीन में जो नए मामले सामने आए रहे हैं, उनमें ज्यादातर मामले बिना लक्षण वाले हैं और इसी कारण उसे महामारी को काबू करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को सामने आए 13,000 मामलों में से भी लगभग 12,000 मामले बिना लक्षण वाले रहे, वहीं शंघाई में 9,000 में से लगभग 8,600 मामले बिना लक्षण वाले रहे।
बिना लक्षण वाले इन मामलों को पकड़ना मुश्किल होता है, इसलिए संक्रमण आसानी से काबू में नहीं आता।
चुनौती
जीरो कोविड नीति को कड़ी चुनौती दे रहा ओमिक्रॉन
अपनी 'जीरो कोविड' नीति के जरिए अब तक संक्रमण को काबू में रखने में कामयाब रहे चीन की इस नीति को ओमिक्रॉन वेरिएंट ने कड़ी चुनौती दी है।
इस नीति के तहत लंबे क्वारंटीन, लॉकडाउन और सीमाएं बंद रख संक्रमण की गति पर नियंत्रण रखा गया, लेकिन ओमिक्रॉन के खिलाफ ये पाबंदियां बेअसर साबित होती हुई दिख रही हैं।
कई अधिकारियों को कहना है कि चीन को बाकी देशों की तरह वायरस के साथ रहना सीखना होगा।