कोरोना वायरस: देश में पिछले 24 घंटों में मिले 1,890 नए मामले, 5 महीनों में सर्वाधिक
क्या है खबर?
देश में पिछले 24 घंटों के अंदर कोरोना वायरस संक्रमण के 1,890 नए मामले सामने आए हैं।
वहीं इस अवधि के दौरान 1,051 संक्रमित ठीक हो गए, जबकि 4 मरीजों की मौत हो गई। आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 149 दिनों बाद यानी करीब 5 महीने बाद एक दिन में संक्रमण के सर्वाधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल 28 अक्टूबर को संक्रमण के 2,208 नए मामले सामने आए थे।
स्थिति
देश में क्या है महामारी की स्थिति?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 9,433 हो गई है। देश में अब तक कुल 4,41,62,883 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, जबकि 5,30,831 मरीजों की मौत हुई है।
गौरतलब है कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,21,147 टेस्ट किए गए, जबकि अब तक कोरोना वायरस वैक्सीन की 220.65 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
जानकारी
किन राज्यों में हैं सर्वाधिक सक्रिय मामले?
बता दें कि वर्तमान में कोरोना वायरस के सर्वाधिक 2,311 सक्रिय मामले केरल में हैं। महाराष्ट्र (1,956), गुजरात (1,529), कर्नाटक (683), तमिलनाडु (582) और दिल्ली (471) में भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
चिंता
देश के सभी अस्पतालों में 10 और 11 अप्रैल को होगी मॉक ड्रिल
केंद्र सरकार ने शनिवार को बताया था कि कोविड महामारी से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लेने के लिए देशभर के सभी अस्पतालों में 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा।
इस दौरान चिकित्सा उपकरण, जरूरी दवाइयों, इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) बेड, मानव संसाधन और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता के साथ-साथ वैक्सीनेशन की तैयारियों का जायजा भी लिया जाएगा।
इसके लिए सोमवार को एक वर्चुअल बैठक का भी आयोजन किया जाएगा।
गिरावट
कई राज्यों में कोरोना टेस्टिंग में आई है गिरावट
बता दें कि देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस की टेस्टिंग में कमी आई है जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानक के अनुरूप नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक राजीव बहल ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टेस्टिंग बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, जिससे किसी उभरते हुए हॉटस्पॉट की पहचान करने में आसानी हो सके।
वृद्धि
भारत में वायरल बुखार के मामलों में भी हुई है बढ़ोतरी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने वायरल बुखार के मामलों में हुई बढ़ोतरी के पीछे H3N2 वायरस को जिम्मेदार बताया है, जो इंफ्लुएंजा A का ही एक प्रकार है। IMA के मुताबिक, अक्टूबर से फरवरी के बीच इंफ्लुएंजा और दूसरे वायरस की वजह से इस तरह का बुखार आना सामान्य है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इंफ्लुएंजा वायरस 4 तरह के होते हैं- A, B, C और D। इनमें से A और B वायरस एक विशेष मौसम में फैलते हैं।