
आतंकवाद पर पाकिस्तान की पोल खोलने सांसदों के 2 प्रतिनिधिमंडल विदेश रवाना, पहले जापान-UAE जाएंगे
क्या है खबर?
आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान पर भारत का रुख रखने और 'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी देने के लिए सांसदों, राजदूतों और वरिष्ठ अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल विदेश दौरे पर रवाना हो गया है।
पहले चरण में 2 प्रतिनिधिमंडल जापान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) समेत अन्य कई देशों के दौरे पर गए हैं। बाकी के अन्य प्रतिनिधिमंडल भी धीरे-धीरे रवाना होंगे।
केंद्र सरकार ने 33 देशों की यात्रा के लिए 59 सदस्यों का 7 प्रतिनिधिमंडल तैयार किया है।
दौरा
जापान दौरे पर कौन-कौन गया है?
जापान दौरे का नेतृत्व जनता दल यूनाइटेड (JDU) के सांसद संजय झा कर रहे हैं, जिसमें कुल 9 सदस्य हैं।
समूह 22 मई को जापान के बाद 24 मई को दक्षिण कोरिया, 27 मई को सिंगापुर, 28 मई को इंडोनेशिया और 31 मई को मलेशिया जाएगा।
समूह में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृजलाल, प्रदान बरुआ, हेमांग जोशी, तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सांसद जॉन ब्रिटास, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और पूर्व राजदूत मोहन कुमार शामिल हैं।
दौरा
UAE दौरे पर कौन-कौन गया है?
UAE दौरे का नेतृत्व शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे कर रहे हैं, जिसमें कुल 8 सदस्य हैं।
समूह 21 मई को UAE दौरे के बाद 24 मई को डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, 28 मई को सिएरा लियोन और 31 मई को लाइबेरिया जाएगा।
टीम में भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज, अतुल गर्ग, मनन कुमार मिश्रा, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के ईटी मोहम्मद बशीर, बीजू जनता दल सांसद सस्मित पात्रा, भाजपा नेता एसएस अहलूवालिया और राजदूत सुजान चिनॉय शामिल हैं।
बैठक
दौरे से पहले विदेश सचिव ने की थी बैठक
भारतीय प्रतिनिधिमंडल के रवाना होने से पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दोनों टीमों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी और उनको आतंकवादी हमलों में पाकिस्तान की भूमिका और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में बताया था।
बैठक के बाद झा ने कहा कि विश्व नेताओं को हमारा संदेश यह होगा कि भारत ने यह तय कर लिया है कि 'बस बहुत हो गया' और पाकिस्तान ने एक चोर की तरह काम किया है।
प्रतिनिधिमंडल
विदेश जाने वाले अन्य 5 समूह कहां-कहां जाएंगे?
बैजंत पांडा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल 23-30 मई तक बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और अल्जीरिया, रविशंकर प्रसाद के साथ 25 मई से 5 जून तक फ्रांस, इटली, डेनमार्क, ब्रिटेन, बेल्जियम और जर्मनी, शशि थरूर के साथ 25 मई से 3 जून तक गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका, कनिमोझी के नेतृत्व में 22-31 मई के बीच रूस, स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया और स्पेन, सुप्रिया सुले के नेतृत्व में 24 मई से 1 जून तक कतर, दक्षिण अफ्रीका, इथियोपिया और मिस्र जाएगा।
निर्णय
क्यों लिया गया यह निर्णय और क्या है उद्देश्य?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद 7 मई को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने नष्ट किए।
इससे पाकिस्तान बौखला गया और भारत के सैन्य ठिकानों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना ने हमले नाकाम किए।
अब इस प्रतिनिधिमंडल के जरिए भारत आतंकवाद के सभी रूपों से निपटने के लिए राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा।