NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / #NewsBytesExplainer: भारत-म्यांमार के बीच मुक्त सीमा व्यवस्था को खत्म क्यों किया जा रहा है?
    अगली खबर
    #NewsBytesExplainer: भारत-म्यांमार के बीच मुक्त सीमा व्यवस्था को खत्म क्यों किया जा रहा है?
    केंद्र सरकार ने भारत-म्यांमार के बीच मुक्त सीमा व्यवस्था को खत्म करने का निर्णय लिया है

    #NewsBytesExplainer: भारत-म्यांमार के बीच मुक्त सीमा व्यवस्था को खत्म क्यों किया जा रहा है?

    लेखन नवीन
    Jan 21, 2024
    05:16 pm

    क्या है खबर?

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को ऐलान किया कि भारत-म्यांमार सीमा पर मुक्त आवाजाही पर रोक लगेगी। अब दोनों देशों के बीच मौजूदा मुक्त आवाजाही व्यवस्था (FMR) को जल्द खत्म कर दिया जाएगा।

    इसका मतलब है कि म्यांमार के साथ भारत की सीमा पर भारत-बांग्लादेश सीमा की तरह बाड़ लगाई जाएगी। भारत-म्यांमार की सीमा पूर्वोत्तर के कई राज्यों से लगी है।

    आइए जानते हैं कि यह निर्णय क्यों लिया गया और इससे क्या फर्क पड़ेगा।

    योजना

    भारत-म्यांमार सीमा पर मुक्त आवाजाही व्यवस्था क्या है?

    मुक्त आवाजाही व्यवस्था से मतलब सीमा के दोनों तरफ रहने वाले लोगों के बीच आवाजाही से है।

    इसके तहत दोनों तरफ सीमा पर रहने वाले लोगों को दूसरे देश के अंदर 16 किलोमीटर तक यात्रा और व्यापार आदि करने की अनुमति है।

    इसे 2018 में नरेंद्र मोदी की सरकार की एक्ट ईस्ट नीति के हिस्से के रूप में लागू किया गया था। तब भारत-म्यांमार के बीच राजनयिक संबंध अच्छे थे और रोहिंग्या शरणार्थी संकट के बावजूद इसे लागू किया गया।

    लागू

    दोनों देशों के बीच व्यवस्था को बनाने के पीछे क्या थी वजह? 

    1826 में ब्रिटिश शासन के दौरान भारत-म्यांमार के बीच की सीमा का सीमांकन हुआ था। तब बिना लोगों की रायशुमारी के दोनों देशों को विभाजित कर दिया गया।

    उस वक्त से दोनों देशों के लोगों के बीच मजबूत जातीय और पारिवारिक संबंध हैं।

    भारत की आजादी के बाद 1968 में दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क बढ़ाने के अलावा व्यापार और व्यवसाय के लिए भारत ने यह व्यवस्था बनाई गई थी। इसमें समय-समय पर बदलाव होता रहा है।

    आलोचना

    अब क्यों इस व्यवस्था की हो रही है अलोचना? 

    भारत-म्यांमार से साथ 1,643 किलोमीटर लंबी बिना बाड़बंदी वाली सीमा साझा करता है। यह सीमा मणिपुर, मिजोरम, असम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है।

    आरोप है कि म्यांमार के विद्रोही, अवैध अप्रवासी और नशीली दवाओं के तस्कर मुक्त आवाजाही व्यवस्था का दुरुपयोग कर रहे हैं।

    म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद सत्तारूढ़ जुंटा शासन और विद्रोही के बीच संघर्ष चल रहा है। इस वजह से 40,000 से अधिक शरणार्थियों ने भारतीय इलाकों में शरण ली है।

    अपील

    सीमा व्यवस्था खत्म करने के पीछे क्या है कारण?

    मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मई, 2022 से राज्य में जारी जातीय हिंसा के लिए म्यांमार से हुई घुसपैठ को जिम्मेदार ठहराया है। मणिपुर हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

    राज्य सरकार के अनुसार, अब तक इस साल 2,187 अप्रवासियों की पहचान की गई है, जबकि पिछले साल सितंबर में मोरेह क्षेत्र में ही 5,500 अवैध अप्रवासी पकड़े गए थे और 4,300 को वापस म्यांमार भेजा गया था।

    सरकार

    गृह मंत्रालय ने क्यों लेना पड़ा है निर्णय?

    मणिपुर के मुख्य सचिव ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर म्यांमार से हो रही घुसपैठ पर चिंता व्यक्त की और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया था।

    मणिपुर सरकार ने कहा कि पहाड़ी जिलों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर म्यांमार से आए अवैध प्रवासी बसे हैं और जातीय हिंसा के बाद से ऐसे 410 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया है।

    मिजोरम सरकार ने म्यांमार से घुसपैठ रोकने के लिए केंद्र से बाड़बंदी करने की अपील की है।

    खतरा

    म्यांमार से आतंकवाद और तस्करी का कितना खतरा? 

    सेंटर फॉर लैंड वारफेयर स्टडीज (CLAWS) के अनुसार, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) जैसे कई विद्रोही समूहों ने म्यांमार में अपने प्रशिक्षिण शिविर बनाए हैं।

    ये समूह नशा और हथियारों की तस्करी में लगे हैं। 2022 में मणिपुर में तस्करी के आरोप में 625 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इस अवधि में 1,227 करोड़ रुपये की नशीली सामग्री जब्त की गई है।

    इन पर सुरक्षाबलों पर हमला करने के आरोप भी हैं।

    फर्क

    व्यवस्था खत्म होने से क्या फर्क पड़ेगा? 

    भारत-म्यांमार के बीच यह व्यवस्था सालों से चली आ रही है।

    विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्र को मामले में 'सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे' का दृष्टिकोण अपनाना चाहिए क्योंकि व्यवस्था खत्म होने से दोनों देशों की सीमाओं पर बसे हजारों नागरिकों की आजीविका प्रभावित होगी।

    उन्होंने कहा कि व्यवस्था हो या न हो, अवैध घुसपैठ और तस्करी रोकना आसान नहीं है और अन्य देशों से लगी सीमा पर बाड़बंदी के बावजूद तस्करी हो रही है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    केंद्र सरकार
    अमित शाह
    म्यांमार
    मणिपुर हिंसा

    ताज़ा खबरें

    ओला रोडस्टर X पर 10,000 रुपये फायदे घोषित, जानिए किन ग्राहकों को मिलेगा  ओला इलेक्ट्रिक
    IPL 2025, क्वालीफायर-2: MI और PBKS का एक-दूसरे के खिलाफ कैसा रहा है प्रदर्शन? जानिए आंकड़े  IPL 2025
    'ऑपरेशन सिंदूर' पर भड़काऊ टिप्पणी के मामले में पुणे की छात्रा गुरुग्राम से गिरफ्तार ऑपरेशन सिंदूर
    CDS अनिल चौहान बोले- पाकिस्तान से हर बार धोखा ही मिला, बताई युद्धविराम की वजह अनिल चौहान

    केंद्र सरकार

    मणिपुर में मैतेई उग्रवादी संगठनों पर शिकंजा कसने की तैयारी, गृह मंत्रालय ने बनाया न्यायाधिकरण मणिपुर
    केंद्रीय कैबिनेट ने मुफ्त राशन योजना को 5 साल के लिए बढ़ाया अनुराग ठाकुर
    सर्वदलीय बैठक में छाया रहा महुआ मोइत्रा से संबंधित मामला, केंद्र करेगा निलंबन की मांग- रिपोर्ट महुआ मोइत्रा
    अपोलो अस्पताल पर अवैध अंग व्यापार का आरोप, केंद्र सरकार ने दिया जांच का आदेश स्वास्थ्य मंत्रालय

    अमित शाह

    आज संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन की चर्चा, राहुल गांधी और अमित शाह बोलेंगे राहुल गांधी
    अविश्वास प्रस्ताव: अमित शाह ने मणिपुर पर राजनीति को बताया शर्मनाक, जानें भाषण की प्रमुख बातें लोकसभा
    ओवैसी का अमित शाह पर निशाना, बोले- गौरक्षक मोनू आपके लिए डार्लिंग, उसको 'भारत छोड़ो' कहिए असदुद्दीन ओवैसी
    #NewsByteExplainer: गृह मंत्री अमित शाह पर संसद में झूठ बोलने का आरोप क्यों लग रहा है? राहुल गांधी

    म्यांमार

    क्या है BIMSTEC? जिसके नेता प्रधानमंत्री मोदी के शपथ समारोह में आएंगे पाकिस्तान समाचार
    भारत और म्यांमार की सेनाओं ने संयुक्त अभियान में नष्ट किए उग्रवादियों के ठिकाने भारत की खबरें
    क्या इंटरनेट बंद कर डिजिटल बनेगा इंडिया? जानिये क्या कहते हैं आंकड़े चीन समाचार
    नागरिकता कानून के बाद अब रोहिंग्या को निकालने पर विचार कर रही सरकार भारत की खबरें

    मणिपुर हिंसा

    मणिपुर: असम राइफल्स ने थौबल जिले में मशीन गन समेत कई अत्याधुनिक हथियार जब्त किए मणिपुर
    मणिपुर में आज से बहाल होगी इंटरनेट सेवाएं, कुछ इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई गई मणिपुर
    मणिपुर: 2 लापता छात्रों की हत्या की वीभत्स तस्वीरें सामने आईं, साथ में दिखे हथियारबंद लोग मणिपुर
    मणिपुर: छात्रों की हत्या के बाद फिर बढ़ा तनाव, इंटरनेट और स्कूल बंद मणिपुर
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025