#NewsByteExplainer: गृह मंत्री अमित शाह पर संसद में झूठ बोलने का आरोप क्यों लग रहा है?
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के विदर्भ की एक महिला कलावती बंदुरकर का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी ने कलावती से मिले, लेकिन उनकी मदद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। कलावती ने शाह के सभी दावों का खंडन किया है, जिसके बाद कांग्रेस ने शाह पर संसद में झूठ बोलने का आरोप लगाया है। आइए जानते हैं कि कलावती से जुड़ा यह पूरा मामला क्या है।
अमित शाह ने संसद में क्या कहा था?
शाह ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा था, "इस सदन में एक सदस्य ऐसे हैं, जिन्हें 13 बार राजनीति में लॉन्च किया गया और वह सभी 13 बार असफल रहे। मैंने एक लॉन्चिंग देखी थी, जब वह कलावती नाम की एक गरीब महिला से मिलने उसके घर गए थे, लेकिन आपने या कांग्रेस सरकार ने उस गरीब महिला के लिए क्या किया?" शाह ने दावा किया कि मोदी सरकार ने कलावती को घर और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाईं।
कलावती ने गृह मंत्री के दावों पर क्या कहा?
इंडिया टुडे से बातचीत में कलावती बंदुरकर ने कहा, "कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद ही मुझे मदद मिली थी। कांग्रेस की उस मदद से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है।" उनके बेटे प्रीतम ने कहा, "उस समय हमारी हालत बहुत खराब थी। हम 7 बहनें और 2 भाई हैं और पिता गुजर गए थे। हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, हम लोग काम करने खेत में जाते थे। जैसे-तैसे बस गुजारा चल रहा था।"
कलावती के बेटे बोले- राहुल की वजह से मिला था सब कुछ
कलावती के बेटे प्रीतम ने कहा, "कांग्रेस नेता राहुल के हमारे यहां आने के बाद हमारी स्थिति बदल गई। तब वो किसानों से मिलने हमारे इलाके में आए थे और अचानक हमारे घर भी आ गए।" उन्होंने कहा, "यहां आने के बाद उन्होंने हमारी पैसे से मदद की। उन्होंने हमें 30 लाख रुपये दिए और फिर घर मंजूर हुआ और अन्य सुविधाएं मिलीं। उन्हें उस समय जो कुछ भी मिला, केवल और केवल राहुल की वजह से ही मिला था।"
कांग्रेस ने गृह मंत्री पर लगाया झूठ बोलने का आरोप
महाराष्ट्र में कलावती से कब मिले थे राहुल ?
साल 2008 में महाराष्ट्र में कृषि संकट के दौरान कांग्रेस नेता राहुल ने कलावती के घर पर उनसे मुलाकात की थी। राहुल ने कलावती के घर खाना खाया और उनकी माली हालत को देखते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिया था। 2008 में संसद में परमाणु समझौते पर चर्चा के दौरान राहुल ने कलावती का जिक्र किया था। इसके बाद कलावती पूरे देश में चर्चा में आ गई थीं और महाराष्ट्र में किसानों के संकट का चेहरा बन गई थीं।
कौन हैं कलावती ?
कलावती महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के जलका गांव की रहने वाली हैं। उनके पति परशुराम एक किसान थे, जिन्होंने कर्ज के दबाव में 23 दिसंबर, 2005 को आत्महत्या कर ली थी। राहुल के संसद में इस गरीब परिवार का जिक्र करने के बाद उनकी मदद के लिए सुलभ इंटरनेशनल ने 30 लाख रुपये कलावती के खाते में जमा किये थे। कलावती के दामाद संजय कालस्कर ने भी दिसंबर, 2010 में आत्महत्या की थी और वह भी एक सीमांत किसान थे।