मणिपुर: छात्रों की हत्या के बाद फिर बढ़ा तनाव, इंटरनेट और स्कूल बंद
क्या है खबर?
मणिपुर में जातीय हिंसा के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। यहां 2 छात्रों की हत्या मामले की जांच के लिए आज (27 सितंबर) केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक विशेष टीम इंफाल पहुंचेगी।
हिंसाग्रस्त मणिपुर में जुलाई में लापता हुए 2 छात्रों के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश है।
इसके मद्देनजर सरकार ने एहतियातन यहां 1 अक्टूबर तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर फिर से रोक लगा दी है।
मामला
क्या है मामला?
मणिपुर में इंटरनेट सेवाएं बहाल होने के बाद मंगलवार को मैतई समुदाय के 2 छात्रों, हिजाम लिनथोइंगंबी (17 वर्षीय) और फिजाम हेमजीत (20 वर्षीय) हत्या की वीभत्स तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई थीं।
ये दोनों बच्चे आखिरी बार जुलाई में दुकानों पर लगे CCTV कैमरों में दिखे थे। इन बच्चों का अपहरण हो गया था, जिसके बाद इनकी हत्या कर दी गई।
घटना के सामने आने के बाद मणिपुर में हालात एक बार फिर से बेकाबू हो गए हैं।
रिपोर्ट
CBI की विशेष जांच टीम आज पहुंचेगी इंफाल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार को CBI के विशेष निदेशक अजय भटनागर के नेतृत्व में एक टीम मामले की जांच के लिए इंफाल पहुंचेगी। इस टीम में एजेंसी की संयुक्त निदेशक घनश्याम उपाध्याय भी होंगे, जो अभी इंफाल में डेरा डाले हुए हैं।
इस जांच टीम में ऐसे अधिकारी शामिल होंगे जिनके पास विशेष अपराध, पूछताछ और तकनीकी निगरानी में विशेषज्ञता होगी।
इसके अलावा CBI की विशिष्ट केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के विशेषज्ञ भी टीम में शामिल होंगे।
प्रदर्शन
इंफाल में सुरक्षाबलों से साथ झड़प में 50 से अधिक छात्र घायल
मणिपुर में दोनों छात्रों की हत्या के विरोध में बड़े पैमाने में आक्रोश है। मंगलवार को हत्या के विरोध में सैकड़ों स्कूली छात्र इंफाल की सड़कों पर उतरे।
प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च कर रही थे, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन पर रोक दिया।
इन दौरान सुरक्षाबलों और प्रदर्शकारी छात्रों के बीच झड़प भी हुई। इसमें करीब 50 से अधिक छात्र घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बैन
राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर रोक, 2 दिन स्कूल रहेंगे बंद
राज्य सरकार ने छात्रों की हत्या मामले में इंफाल में विरोध प्रदर्शन को देखते इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।
सरकार के अपने आदेश में कहा है कि मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मोबाइल इंटरनेट सेवा पर 1 अक्टूबर शाम 7:45 बजे तक 5 दिनों तक अस्थायी रूप प्रतिबंध रहेगा।
इसके अलावा सरकार ने सभी सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों को 27 सितंबर और 29 सितंबर को बंद रखने का आदेश भी जारी किया है।
मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह बोले- अपराधियों को पकड़ने के प्रयास जारी
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लोगों को आश्वस्त किया है।
उन्होंने लिखा, 'लापता छात्रों की दुखद मौत को लेकर वह राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि अपराधियों को पकड़ने के लिए राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रहे हैं...CBI की विशेष टीम इंफाल पहुंचेगी।'
उन्होंने लिखा कि वह अपराधियों का पता लगाने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए लगातार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संपर्क में हैं।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
मणिपुर में 3 मई को कुकी समुदाय ने गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को आदिवासी का दर्जा दिए जाने के खिलाफ एकजुटता मार्च निकाला था, जिसके बाद मणिपुर में हिंसा भड़क गई थी।
मणिपुर हिंसा में अब तक करीब 180 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हुए हैं।
यहां मैतेई समुदाय की आबादी लगभग 53 प्रतिशत है, जिनमें से ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, वहीं नागा और कुकी सहित 40 प्रतिशत आदिवासी पहाड़ी जिलों में बसे हैं।