NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / भारत के कोविड वैक्सीनेशन अभियान को हुआ एक साल, जानें अब तक कब और क्या-क्या हुआ
    अगली खबर
    भारत के कोविड वैक्सीनेशन अभियान को हुआ एक साल, जानें अब तक कब और क्या-क्या हुआ
    भारत में कोविड वैक्सीनेशन अभियान

    भारत के कोविड वैक्सीनेशन अभियान को हुआ एक साल, जानें अब तक कब और क्या-क्या हुआ

    लेखन मुकुल तोमर
    Jan 16, 2022
    02:04 pm

    क्या है खबर?

    कोरोना वायरस के खिलाफ भारत के वैक्सीनेशन अभियान को आज एक साल हो गया है। आज से ठीक एक साल पहले 16 जनवरी को ही देश में कोविड वैक्सीनेशन शुरू हुआ था जो कई मुश्किलों और व्यवधानों को पार करते हुए आज अच्छी रफ्तार से जारी है।

    देश में अब तक कोविड वैक्सीन की लगभग 1.57 करोड़ खुराकें लग चुकी हैं।

    आइए आपको बताते हैं कि पिछले एक साल में वैक्सीनेशन अभियान के दौरान क्या-क्या रहा।

    चरण

    कब किसके लिए खोला गया वैक्सीनेशन अभियान?

    भारत का वैक्सीनेशन अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ और पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। 2 फरवरी को इसे पुलिस और सफाईकर्मियों जैसे फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए खोल दिया गया।

    1 मार्च से 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ और मई की शुरुआत से 18 साल से ऊपर के सभी व्यस्कों को इसमें शामिल कर लिया गया।

    बच्चों का वैक्सीनेशन और बूस्टर खुराक

    बच्चों का वैक्सीनेशन और बूस्टर खुराक लगना कब शुरू हुआ?

    वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के लगभग एक साल बाद 3 जनवरी से देश में बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो गया। अभी देश में 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है।

    10 जनवरी से अधिक जोखिम वाले समूहों को बूस्टर खुराक भी लगाई जा रही है। स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को ये तीसरी खुराक लगाई जा रही है।

    खुराकें

    देश में किस वर्ग को लगीं कितनी खुराकें?

    देश में अब तक लगभग 91 करोड़ लोगों को कोविड वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 65.48 करोड़ लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।

    15-18 साल के बच्चों को 3.38 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं, वहीं 43.19 लाख बूस्टर खुराकें लगाई जा चुकी हैं।

    60 साल से अधिक उम्र के लोगों को 22.60 करोड़ खुराकें लगाई गई हैं, वहीं 45 से 60 साल के लोगों को 37.10 करोड़ खुराकें लगाई गई हैं।

    अन्य वर्ग

    अन्य वर्गों की क्या स्थिति?

    अन्य वर्गों की बात करें तो 18 से 44 साल के वयस्क लोगों को कोविड वैक्सीन की 93.32 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं।

    अब तब जो खुराकें लगी हैं, उनमें से 76.19 करोड़ महिलाओं को और 79.79 करोड़ पुरुषों को लगी हैं। 3.69 लाख से अधिक खुराकें ट्रांसजेंडर समुदाय को लगाई गई हैं।

    देश में अधिकांश खुराकें ग्रामीण इलाकों में लगाई गई हैं और इन इलाकों में 99 करोड़ से अधिक खुराकें लगी हैं।

    डाटा

    92 प्रतिशत वयस्क आबादी को एक और 68 प्रतिशत को लगीं दोनों खुराकें

    प्रतिशत के हिसाब से बात करें तो देश की 92 प्रतिशत वयस्क आबादी को कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 68 प्रतिशत आबादी को दोनों खुराकें लग चुकी हैं। सरकार दिसंबर तक सभी के वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई।

    वैक्सीनें

    किन वैक्सीनों का हो रहा इस्तेमाल?

    देश में अब तक आठ वैक्सीनों को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी जा चुकी है।

    इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और कोवावैक्स, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, रूस की स्पूतनिक-V, बायोलॉजिकल-ई की कोर्बेवैक्स, मॉडर्ना की mRNA वैक्सीन, जॉनसन एंड जॉनसन की एक खुराक की वैक्सीन और जायडस कैडिला की DNA वैक्सीन शामिल हैं।

    हालांकि देश में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कोविशील्ड और कोवैक्सिन का ही हो रहा है। स्पूतनिक-V की भी कुछ खुराकें लगाई गई हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    वैक्सीन समाचार
    वैक्सीनेशन अभियान
    कोरोना वायरस वैक्सीन

    ताज़ा खबरें

    गूगल क्रोम में आया नया जेमिनी AI असिस्टेंट, इस तरह करें उपयोग  गूगल
    लश्कर-ए-तैयबा का सह-संस्थापक आमिर हमजा लाहौर में घायल, अस्पताल में भर्ती पाकिस्तान समाचार
    #NewsBytesExclusive: फंगल इंफेक्शन क्यों एक बढ़ता हुआ खतरा है? त्वचा विशेषज्ञ से जानिए  त्वचा की देखभाल
    गूगल ने वीओ 3 और इमेजन 4 किया लॉन्च, क्या है इनकी खासियत? गूगल

    वैक्सीन समाचार

    तमिलनाडु: मदुरै में वैक्सीन न लगवाने वालों को दुकानों और मॉल्स में नहीं मिलेगा प्रवेश कर्नाटक
    कोरोना वैक्सीनेशन: देश की आधी व्यस्क आबादी को लगाई गईं दोनों खुराकें मनसुख मांडविया
    कोरोना संक्रमण के खिलाफ बेहतर सुरक्षा देती हैं अलग-अलग वैक्सीनों की खुराकें- अध्ययन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
    ओमिक्रॉन: WHO ने दी राहतभरी खबर, कहा- असरदार साबित हो सकती हैं मौजूदा वैक्सीनें विश्व स्वास्थ्य संगठन

    वैक्सीनेशन अभियान

    केंद्र ने कोरोना वैक्सीन की खरीद पर खर्च किए 19,675 करोड़ रुपये, RTI में हुआ खुलासा भारत की खबरें
    ओमिक्रॉन के खतरे के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने की हालातों की समीक्षा, वैक्सीनेशन बढ़ाने के निर्देश नरेंद्र मोदी
    कोरोना वैक्सीनेशन: देश में बूस्टर शॉट की जरूरत समझने के लिए सरकार ने शुरू किया अध्ययन वैक्सीन समाचार
    कोरोना: देश में बीते दिन मिले 7,189 मरीज, ओमिक्रॉन के 415 मामले कोरोना वायरस

    कोरोना वायरस वैक्सीन

    किन देशों की यात्रा कर सकते हैं कोवैक्सिन लगवा चुके भारतीय? कोवैक्सिन
    प्रधानमंत्री मोदी का अधिकारियों को मंत्र- घर-घर जाकर वैक्सीनेशन करें, दूसरी खुराक पर भी ध्यान दें नरेंद्र मोदी
    अमेरिका में 2-18 साल के बच्चों पर कोवैक्सिन के इस्तेमाल के लिए आवेदन अमेरिका
    पूरी आबादी को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराकें लगाने के करीब लक्षद्वीप लक्षद्वीप
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025